पालमपुर को आस, गुरु का सपना पूरा करेंगे कपूर

पालमपुर—केंद्र में भाजपा की सरकार और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से शांता कुमार के सिपहसालार किशन कपूर के सांसद चुने जाने के साथ ही पालमपुर के दो प्राजेक्टों पर सबकी नजर टिक गई है। दोनों ही प्रोजेक्टों को लेकर बतौर सांसद शांता कुमार ने खूब दिलचस्पी दिखाई थी। सौरभ वन विहार पर जहां करोड़ों रुपए खर्च किया गया था वहीं रोप-वे प्रोजेक्ट अधर में ही लटका रहा। करीब एक दशक पूर्व पालमपुर में रोप-वे के निर्माण को लेकर प्रयास  शुरू किए गए थे। एक बार रोप-वे निर्माण के लिए आया पैसा वापस किया जा चुका है और एक दशक से ज्यादा समय से यह प्रोजेक्ट हवा में ही लटका हुआ है। सत्तासीन सरकारों के नुमाइंदे रोप-वे निर्माण के लिए प्रयास करने की बातें तो करते हैं, लेकिन फिलवक्त यह प्रोजेक्ट कागजों की ही शोभा बढ़ा रहा है। उधर,  पालमपुर में पर्यटन को पंख लगा रहा सौरभ वन विहार मूसलाधार बारिश की भेंट चढ़ गया। न्यूगल खड्ड में पानी के बढ़े जलस्तर ने चंद ही घंटों में डेढ़ दशक से ज्यादा समय से बनाए जा रहे सौरभ वन विहार को पूरी तरह तबाह कर दिया था। शांता कुमार के आशीर्वाद से चुनाव मैदान में उतरे किशन कपूर चुनावी दौर में अपने राजनीतिक गुरु शांता कुमार के प्रोजेक्टों को आगे बढ़ाने की बात कह चुके हैं, तो शांता कुमार भी इन प्रोजेक्टों को लेकर आशवान हैं। यह दोनों ही प्रोजेक्ट पालमपुर में पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्त्व रखते हैं और सौरभ वन विहार तो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका था। शांता कुमार के विषय और कांगड़ा सीट से उनके उत्तराधिकारी के तौर पर किशन कपूर दिल्ली पहुंच चुके हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि इन दोनों प्रोजेक्टों को लेकर प्रयास शुरू किए जाएंगे। पालमपुर की जनता ने विधानसभा चुनाव में चाहे भाजपा की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, लेकिन लोकसभा चुनावों में क्षेत्र के मतदाताओं ने भाजपा प्रत्याशी को दिल खोलकर वोट दिए। पालमपुर की जनता की नजर इस बात पर टिकी है कि बतौर सांसद किशन कपूर अपने गुरु शांता कुमार के इन प्रोजेक्टों को लेकर क्या प्रयास करते हैं।