पीजी रिजल्ट ऑनलाइन

विवि प्रशासन का परीक्षा शाखा को ऑनलाइन करने का प्रयास, मिलेगी सुविधा

शिमला –हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले पीजी छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। प्रदेश विश्वविद्यालय इस बार पीजी के आने वाले रिजल्ट को ऑनलाइन जारी करेगा। एचपीयू में पढ़ने वाले पीजी छात्रों को रिजल्ट देखने के लिए एचपीयू आने की जरूरत नहीं होगी। अपना रोल नंबर डालने के बाद छात्र ऑनलाइन अपनी मार्कशीट को देख पाएंगे। पहली बार एचपीयू ने पीजी छात्रों को यह राहत दी है। हालांकि कालेजों में पढ़ने वाले यूजी छात्रों के रिजल्ट एचपीयू पहले से ही ऑनलाइन जारी कर रहा है। वहीं, पीजी छात्रों को डिग्रीयां भी ऑनलाइन दे रहे हैं। यह पहला मौका होगा कि पीजी के छात्रों के रिजल्ट भी एचपीयू ऑनलाइन करने जा रहा है। बता दें कि इससे पहले रेगुलर एमए व अन्य पीजी कोर्स करने वाले छात्रों को अपने विभाग में रिजल्ट पता करने जाना पड़ता था, लेकिन अब विश्वविद्यालय में छात्रों को डिजिटल डिग्री के साथ ऑनलाइन और डिजिटल मार्कशीट की भी सुविधा मिलेगी। विवि प्रशासन का दावा है कि इससे न केवल फर्जीवाड़े से राहत मिलेगी, बल्कि छात्रों को अपनी मार्कशीट के लिए भी एचपीयू के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। विवि में पढ़ने वाले छात्र अपना रोलनंबर डालने के साथ ही उसमें अपनी मार्कशीट और डिग्री असानी से निकाल सकते हैं। बता दें कि एचपीयू का ऑनलाइन का यह प्लान विवि में कार्यरत कर्मचारियों के लिए भी राहत भरा होगा। एचपीयू के कर्मचारियों को अपना पुराना रिकार्ड कागजों में खंगालने की जरूरत नहीं होगी। सूत्रों की मानें तो एचपीयू को ऑनलाइन करने के लिए विवि प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। वहीं विवि के आईटी विभाग ने भी ऑनलाइन प्रक्रिया को करने के लिए कार्य करना शुरू कर दिया है। दावा किया जा रहा है कि इसी साल से एचपीयू की परीक्षा शाखा को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया जाएगा। हालांकि इस बारे में विवि के कुलपति प्रोफेसर सिकंदर भी बार-बार आईटी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार आईटी विभाग को कुलपति कोे हर दो हफ्ते बाद ऑनलाइन करने की प्रक्रिया को लेकर कार्य कितना आगे पहुंचा इस बारे में अपडेट देनी हागी। बता दें कि एचपीयू की डिजिटल डिग्रियों में हाईटेक सिक्योरिटी फीचर शामिल है। इसमें जहां हिडन आइडेंटरी फीचर है, वहीं विवि की पहचान भी लेजर बीम टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसी तरह एचपीयू से मिलने वाली मार्कशीट में भी इसी तरह के फीचर एचपीयू प्रशासन डाल सकता है।