पोलीब्रिक अपनाएं मंडी को प्लास्टिक फ्री बनाएं

 मंडी—टॉफी, बिस्कुट, चिप्स खाने के बाद यदि आप भी इसके रैपर या प्लास्टिक बोतल इधर-उधर फेंक देते हैं तो ऐसा हरगिज न करें। आप सभी पोलीब्रिक अभियान के साथ जुड़ कर मंडी शहर की गलियों-नदियों और नालों को रैपर फ्री या कहें तो प्लास्टिक फ्री कर सकते हैं। शहर की जनता को इस पर जागरूक करने का अनूठा अभियान छेड़ा है। नगर परिषद के सफाई निरीक्षक प्रदीप दीक्षित ने। पोलीब्रिक अभियान में हर कोई जुड़ कर शहर को रैपर या प्लास्टिक फ्री सिटी बना सकता है। आप यदि कोई टॉफी, बिस्कुट या किसी भी तरह प्लास्किटक पैकिंग में आने वाली किसी खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं तो उसे खाने के बाद उस प्लास्टिक रैपर को कहीं फेंकें नहीं, बल्कि उसे घर पर एक प्लास्टिक की बोतल में इकट्ठा करते हैं और जब प्लास्टिक की बोतल पूरी तरह रैपर से भर जाए तो उसे नगर परिषद सफाई कर्मियों को थमा दें। इस अभियान से जुड़कर शहर को रैपर फ्री सिटी बनाया जा सकता है। इसके लिए भावी पीढ़ी सहित लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रदीप दीक्षित ने। उन्होंने बताया यह आइडिया सदस्य सचिव पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड आरके पुर्थी ने उन्हें दिया। उन्होंने जब पोलीब्रिक के बारे में बताया तो यह आइडिया उन्हें भा गया और अब इसे मंडी शहर में लागू करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इससे मंडी शहर की गलियों, ब्यास, सुकेती और अन्य नालों को प्लास्टिक या रैपर फ्री किया जा सकता है। सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रदीप दीक्षित ने बताया कि पोलीब्रिक शहर को साफ रखने में एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है। इसके तहत स्कूलों में छात्रों को भी जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दुनिया में हर मिनट पानी की दस लाख बोतलें खरीदी या बेची जा रही हैं। इसका 91 फीसदी हिस्सा या तो लैंडफिल साइट पर जाता है या फिर समंदर में फेंक दिया जाता है। इसलिए पोलीब्रिक जैसे अभियान की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर घर के लोग इससे जुड़े और महीने में कम से कम एक बोतल पोलीब्रिक कूड़े के रूप में दें तभी हम शहर को स्वच्छ बना सकते हैं।

क्यों जरूरी है पोलीब्रिक

मंडी शहर की हर गली, नाले और नदी में आपको टॉफी, चिप्स, बिस्कुट के रैपर देखने को मिलेंगे। इससे शहर की सुंदरता को तो ग्रहण लग ही रहा है, बल्कि यह कूड़ा कभी रिसाइकिल भी नहीं हो पाता है। इससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है। इसलिए आप भी इस अभियान से जुड़कर शहर और पर्यावरण को साफ रखने में मदद कर सकते हैं।