बंदरों के आतंक पर किया चक्का जाम

हरोली—विधानसभा क्षेत्र हरोली के गांव पालकवाह में बंदरों के आतंक से परेशान लोगों ने चक्का जाम कर जबरदस्त रोष-प्रदर्शन किया। इस मौके पर वन विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई और ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी है कि अगर पालकवाह में विभाग ने बंदरों को न भगाया तो आक्रोशित ग्रामीण डीएफओ कार्यालय का घेराव करने से पीछे नही हटेंगे। शनिवार को पालकवाह में पंचायत प्रधान संदीप अग्निहोत्री के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने करीब डेढ़ घंटे तक रोड़ को जाम रखा और वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रोष-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पंचायत प्रधान संदीप अग्निहोत्री ने कहा कि पालकवाह में बंदरों के आतंक से लोग खासे परेशान हैं। ग्रामीण घर में स्वयं असुरक्षित समझ रहे हैं। अब तक उत्पाती बंदर करीब तीन लोगों पर हमला करके घायल कर चुके हैं। बंदरों के आतंक से स्कूली बच्चे भी सहमे हुए हैं। मामला गरमाता देख एसडीएम हरोली गौरव चौधरी मौका पर पहंुचे और गांवों की समस्या को सुलझाने के लिए तीन विशेष टीमों का तुरंत गठन करने के निर्देश दिए। वहीं मौका पर हरोली पुलिस थाना की टीम भी पहंुची। इसी बीच लोगों से बातचीत करके जाम को खुलवाया गया। जिसके बाद वन विभाग की टीमें पिंजरा लेकर पालकवाह गांव में पहंुचीं। पंचायत प्रधान संदीप अग्निहोत्री, ग्रामीणों शकुतंला , अंकुर, सरोज देवी, मोहन सहित ग्रामीणों का कहना है कि काफी समय से गांव में उत्पाती बंदरों ने आतंक मचा रखा है। बंदर फसल को नुकसान तो पहंुचा ही रहे हैं साथ ही साथ अब यह ग्रामीणों पर भी झपटने लगे हैं। शनिवार को भी उत्पाती बंदर एक घर में घुस आए और एक 23 वर्षीय युवक पर झपट पड़े, जिसमें युवक घायल हो गया। जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने एक साथ इकट्ठे होकर प्रशासन व वन विभाग के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। बंदरों की समस्या के बारे में एसडीएम को भी लिखित ज्ञापन सौंपा जा चुका है। लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते चक्का जाम किया गया। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि पुलिस के पास जमा उनके हथियार वापस दिलाए जाएं ताकि उत्पाती बंदरों को मारा जा सके।