बच्ची की मौत पर फूटा गुस्सा

परिजनों ने कहा कि लापरवाह चालक को क्यों दे दी तुरंत छूटा, परिजनों ने नशे की हालत में होने के लगाए आरोप

रामपुर बुशहर -दो जून की रोटी की तलाश में नेपाल से रामपुर आए सुनील का हंसता खेलता परिवार बिखर कर रह गया। शुक्रवार शाम को अपनी बुआ को सड़क तक छोड़ने के लिए शगुन ने अपनी मां से जिद की और पुष्पा ने भी शगुन को अपने साथ ले लिया। सड़क पर सभी बस का इंतजार कर रहे थे कि अचानक दत्तनगर की तरफ से आए एक लापरवाह चालक ने पहले सड़क के किनारे खड़ी एक गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। जिस जगह पर ये हादसा हुआ वहां पर सड़क काफी चौड़ी है बावजूद इसके चालक ने अपनी गाड़ी को सड़क से किनारे खड़ी गाड़ी में टकरा दिया। इस टक्कर से आगे खड़ी गाड़ी सीधे शगुन से टकरा गई और शगुन टक्कर और गाड़ी के बीच पीस गई। जो शगुन हंस खेल रही थी वह खून से लहुलुहान हो गई। वहीं पुष्पा को भी इस हादसे में चोटें आई। एकाएक हुए इस हादसे से आसपास खड़े लोग सहम गए। लोगों ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। जिसके बाद गंभीर रूप से घायल शगुन और पुष्पा को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन शगुन की पहले ही मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मामला तो दर्ज कर दिया। लेकिन शगुन के परिजन इस बात से संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने शनिवार को अस्पताल में यह आरोप लगाया कि पुलिस ने उक्त चालक को छोड़ दिया जबकि उसने शराब पी रखी थी। वहीं शगुन के पिता सुनील ने कहा कि अगर उक्त चालक में इनसानियत होती तो वह अस्पताल आकर इस हादसे पर दुख प्रकट करता और अपनी गलती मानता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इतना ही नहीं शगुन के परिजनों ने यहां तक कहा कि वह नेपाल के है इसलिए यह भेदभाव किया जा रहा है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मामला पूरी तरह से लापरवाही का है। वहीं पुलिस का कहना है कि चालक के खिलाफ पुलिस ने लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 279, 337 और 304ए के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस आरोपी चालक होशियार सिंह (65) पुत्र दौलत राम, गांव भरेड़ीधार, कोटगढ़, जिला शिमला से गहन पूछताछ कर रही है।