भरेड़ी में समस्याओं का अंबार

भोरंज—उपमंडल भोरंज का मशहूर कस्बा भरेड़ी भारी समस्याआंे से जूझ रहा है। इन समस्याआंे का हल होता नहीं दिख रहा। इनमंे भरेड़ी बस स्टैंड पर न तो यात्रियों को बैठने की सुविधा है और न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था है। जाम की समस्या ने तो नाक में दम कर रखा है। बस ठहराव के पास शौचाल्य की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि भरेड़ी एक ऐसा कस्बा है जहां सरकाघाट, जाहु, हमीरपुर व अवाहदेवी की ओर जाने वाली सड़कें आपस में मिलती हैं। सैकड़ों यात्री भरेड़ी से होकर सफर करते हैं। यही नहीं लोग यहां खरीद-फरोख्त करने के लिए भी आते हैं, लेकिन भरेड़ी में शौचालय की समस्या हमेशा बनी रहती है। महिलाओं व वृद्धों के लिए समस्या और भी परेशानी वाली बनी हुई है। कई बार शौचालय  बनाने की बात उठती है, परंतु इसके समाधान के लिए न तो प्रशासन और न ही जनप्रतिनिधि कोई खास कदम उठाते हैं, जब भी शौचालय की बात होती है, तो सभी जमीन न होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। लोगों का मुंह बंद करने के लिए भरेड़ी में हनुमान चौक के पास एक शौचालय तो बनवा दिया है, लेकिन वह बस ठहराब से 100-120 मीटर की दूरी पर है, जिसका कोई लाभ नहीं है। जैसे-जैसे बाजार बढ़ रहा है समस्या और गंभीर होती जा रही हैं। कुछ लोग तो भरेड़ी के मिनी स्टेडियम के पास ही खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। लोगों का मानना है कि जब जगह ही नहीं है, तो क्या करें। कई बार व्यापार मंडल, पंचायत प्रतिनिधि व प्रशासन के बीच इस मसले पर बैठकों का आयोजन होता है, पर कोई समाधान नहीं होता। बहरहाल समस्या ज्यों की त्यांे बनी हुई है। इसके अतिरिक्त भरेड़ी बस ठहराव के पास पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों को निजी ढाबों व होटलों में जाकर प्यास बुझानी पड़ती।  यही नहीं भरेड़ी में जाम का लगना तो आम बात हो गई है। भरेड़ी बाजार मंे हर आधे घंटे में ट्रैफिक जाम हो जाता है। लोगों में रमित, यशवंत, विनय, राजू, टेक चंद कौशल, संजीव मैहर, धर्म चंद, बलवीर शर्मा, संजय, अनिल शर्मा, योगराज, अनूप शर्मा, मोनिका शर्मा, कंचन शर्मा, मनीष शर्मा, निशा शर्मा इत्यादि ने प्रशासन से मांग की है कि आए दिन लोगों को पेश आ रही समस्याओं से निजात दिलाई जाए।