मंत्री नहीं बनना चाहतीं हरसिमरत

शिअद नेत्री बोलीं, पार्टी से बातचीत के बाद ही लिया जाएगा फैसला

बठिंडा -लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब मंत्रिमंडल के गठन को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। इस बीच बठिंडा से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर संसद पहुंची शिअद नेत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि मैं मंत्री रह चुकी हूं। न तो पहले ही मंत्री बनने की कोई इच्छा थी और न अब है। सुखबीर पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं। इस पर जो भी होगा, वह पार्टी के विचार से होगा। उन्होंने जीत का पूरा क्रेडिट शिअद के वर्कर्ज व वोटर्ज को दिया। हरसिमरत ने इस बार कांग्रेस के अमरेंदर सिह राजा वडि़ंग को 21 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की है।  हरसिमरत ने कहा, बठिंडा वासी कांग्रेस की झूठी बातों में नहीं आए। पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल ने अरदास की थी कि बेअदबी करने वालों व उस पर सियासत करने वालों का सर्वनाश हो। परमात्मा ने उनकी सुन ली। गुरु की अदालत सबसे बड़ी है। बेअदबी पर सियासत करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पूरे देश से कांग्रेस का सफाया हो गया है। कांग्रेस के 111 प्रत्याशियों की जमानतें जब्त हुई हैं। लोगों ने बेअदबी कांड पर सियासत करने वालों को पूरी तरह नकार दिया है। हमने पूरा चुनाव विकास के एजेंडे पर लड़ा। सिर्फ दो सीटें जीतने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरा प्रशासन कांग्रेस का वर्कर बनकर काम कर रहा था। इसके बावजूद हमारा वोट शेयर बढ़ा है। कांग्रेस देश में 11 प्रदेशों में खाता भी नहीं खोल पाई। कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को कैप्टन की ओर से नॉन परफॉर्मर बताने पर उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस सरकार ही नॉन परफॉर्मर है। सीएम व उनके मंत्री बताएं कि उन्होंने अढ़ाई साल में क्या परफार्मेंस दी। नैतिकता के आधार पर कैप्टन अमरेंदर सिंह, नवजोत सिद्धू व मनप्रीत बादल को कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। हरसिमरत ने कहा कि पटियाला से परनीत कौर की कुर्सी बचाने के लिए कैप्टन ने कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ की कुर्सी का बलिदान दे दिया। मुझे हराने के लिए कांग्रेस की प्रियंका गांधी से लेकर पंजाब सरकार के सीएम कैप्टन अमरेंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत सिंह बादल व प्रत्याशी राजा वडिंग का पूरा जोर लगा हुआ था, लेकिन लोगों ने विकास के एजेंडे पर मुहर लगाई।