महिठाणा जंगल में भयंकर आग

करोड़ों की वन संपदा; स्कूटी समेत कई पक्षी स्वाह, फायर ब्रिगेड के टैंकर में नहीं था पर्याप्त पानी

गोहर -नाचन वन मंडल गोहर के अंतर्गत महिठाणा जंगल (खारसी बीट) में बुधवार को हुई भयंकर आगजनी की घटना से बाइक, स्कूटी समेत कई पक्षी जलकर राख हो गए। इस आगजनी की घटना से जहां एक ओर करीब सात हेक्टेयर जंगल में विभिन्न श्रेणी के हजारों पौधों को चपेट में लिया है, वहीं दूसरी ओर साथ लगते प्लोटेशन रकबे में लगाए गए देवदार के लगभग पांच हजार पौधे भी आग की भेंट चढ़ गए हैं। गोहर पुलिस व वन विभाग की टीम सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची। एएसआई ओम प्रकाश नें घटनास्थल से खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि महिठाणा जंगल में आग लगने से ज्योग सड़क में खड़ी की गई एक ही परिवार की एक बाइक व स्कूटी भी आग की भेंट चढ़ गई है। उन्होंने कहा कि स्कूटी पठाण गांव की चमेली देवी और बाइक उनके पति नंद किशोर के नाम थी, जो आम दिनों की तरह बुधवार को भी घर से ऊपर बनी ज्योग सड़क में खड़ी कर रखी थी। भले ही वन परिक्षेत्राधिकारी नाचन पीयूष शर्मा ने जंगल को बचाने में मंडी से फायर ब्रिगेड की टीम को भी मौका पर पहंुचाया, लेकिन उस गाड़ी में पानी समाप्त होने की वजह से वह भी कुछ पहीं कर पाए। लिहाजा फायर ब्रिगेड की टीम अपने टैंकर में पानी न होने का बहाना लगाकर मौके से नौ दो ग्यारह हो गए। फायर ब्रिगेड के ढीले इंतजाम को लेकर मौके पर मौजूद लोगों में उनकी कार्यप्रणाली को लेकर बेहद आक्रोश था। लोगों का कहना था कि जब फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को इस भयंकर आगजनी की घटना को लेकर समय पर अवगत करवा दिया था, तो उन्हंे अपने दल बल के साथ तमाम साजो सामान के साथ आना चाहिए था। यह तो जंगल की आगजनी की घटना थी, यदि किसी रिहायशी गांव में ऐसी घटना होती तो क्या फायर ब्रिगेड अपने टैंकर में पानी न होने का बहाना लगाकर घटनास्थल से बैरंग लौट जाते। समाचार लिखे जाने तक जंगल में लगी भयंकर आग ने वन विभाग व पुलिस दल के प्रयास पूरी तरह से विफल नजर आ रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि महिठाणा जंगल में हुई इस भयंकर आगजनी की घटना ने सैकड़ों पक्षियों को भी चपेट में लेकर राख कर दिया है।