रेलवे ओवरब्रिज दिलाएगा जाम से छुटकारा

By: May 22nd, 2019 12:05 am

धर्मपुर(सोलन)—कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर बने रेलवे ओवरब्रिज से जहां लोगों को जाम से राहत मिलने वाली है वहीं ब्रिज दुर्घटनाओं को न्योता भी दे रहा है। रेलवे ओवरब्रिज पर दो दिन बाद वाहनों की आवाजाही होगी, लेकिन अभी न तो पैरापिट लगे हंै और न ही कोई साइन बोर्ड लगाया गया है। बताया जा रहा है कि अभी इस रेलवे ओवरब्रिज से कुछ ही दिनों के लिए वाहन दौड़ पाएंगे। गौरतलब हो कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर इन दिनों फोरलेन का कार्य तेजी से चला हुआ है। हाई-वे पर बनने वाले ओवरब्रिज जल्द तैयार हो इसके लिए निर्माण कार्य दिन-रात किया जा रहा है। वहीं हाई-वे सनवारा के समीप रेलवे क्रॉसिंग पर एकतरफा रेल ओवरब्रिज बनकर तैयार हो गया है, लेकिन इस रेल ओवरब्रिज को सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो ब्रिज पर न तो पैरापिट लगे है और न ही मोड़ काटने के लिए कोई साइन बोर्ड लगाया गया है। रेल ओवर ब्रिज पर अधिक परेशानी रात के समय वाहन चालकों को झेलनी पड़ सकती है। बता दें कि कालका- शिमला हाई-वे पर जाबली व सनवारा के बीच बनाया कि बनाए गए रेल ओवरब्रिज अगले दो दिन बाद वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। हालांकि ब्रिज के एक भाग को अभी अस्थायी रूप से वाहनों की आवाजाही के लिए खोला जा रहा है, ताकि ब्रिज के दूसरे भाग का कार्य शुरू किया जा सके। ध्यान रहे कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पर परवाणू से सोलन तक प्रथम चरण का लगभग सत्तर प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इस दौरान परवाणू से सोलन (चंबाघाट) तक कुमारहट्टी में फ्लाईओवर, सनवारा में रेल ओवरब्रिज व कुमारहट्टी के समीप से शमलेच तक 924 मीटर लंबी टनल और अब सोलन में अंडर पास ब्रिज बनाने का कार्य चला हुआ है।

130 मीटर लंबा है रेल ओवरब्रिज

हाई-वे पर बनाए गए रेल ओवर ब्रिज 130 मीटर लंबा व 12 मीटर चौड़ा है। इस रेल ओवरब्रिज का निर्माण दो वर्ष मंे किया गया है। रेल ओवर ब्रिज को बनाने के लिए जितेंद्र सिंह, नीरज कुमार व अविनाश मलिक ने बताया कि इसका निर्माण करते समय विश्व धरोहर रेल मार्ग की सुरक्षा को ध्यान मे रखकर काम किया गया है। 130 मीटर रेलवे ब्रिज के बीच में लगभग लगभग 30 मीटर के  हिस्से के नीचे विश्व धरोहर रेल ट्रैक है। जिसकी सुरक्षा को लेकर इसके ऊपर कंक्रीट की जगह एक बेहतरीन कंपोजिट गार्डर लगाए गए हैं, जिसे विशेष तौर पर तैयार किया जाता है। इसे रेलवे के तकनीकी अधिकारियों की जांच के बाद ही स्थापित किया गया है।

अब रेलवे फाटक पर नहीं लगेगा जाम

रेलवे ओवरब्रिज बनने से हाई-वे पर सफर करने वाले वाहनों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। दिन में करीब दस बार ट्रेन के आवाजाही के लिए फाटक को बंद किया जाता था, जबकि गर्मियों में ट्रेनों की संख्या बढ़ जाती है। इसके चलते लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी, लेकिन इस रेलवे ब्रिज को बनने के बाद लोगों को राहत मिलने वाली है।


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