रोहतांग टनल पार कर 500 पहुंचे लाहुल

मनाली—पांच माह से अपने घरों से दूर फंसे लाहुल के लोगों के लिए रविवार को रोहतांग दर्रे के द्वार टनल प्रबंधन ने एक बार फिर खोल दिए हैं। लाहुल-स्पीति प्रशासन द्वारा रोहतांग टनल परियोजना प्रबंधन को करीब 500 लोगों के नामों की सूचद्ध दी गई थी। ऐसे में रविवार को करीब 500 लोगों को रोहतांग टनल के माध्यम से लाहुल पहुंचाया गया। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने लोगों को टनल तक पहुंचाने के लिए केलांग डिपो की दस बसों की सेवाएं इस दौरान ली हैं। रविवार सुबह ही रोहतांग टनल के लिए एचआरटीसी की बसों को यात्रियों समेत रोहतांग टनल के नॉर्थ पोर्टल व लाहुल से साउथ पोर्टल तक भेजा गया। सुरंग के दोनों छोरों पर लोगों के पहुंचने के बाद यहां मौजूद बीआरओ के जवानों ने लोगों को अपने वाहनों में बिठा रोहतांग सुरंग पार करवाई। यहां बता दें कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख चुनाव आयोग ने जहां लाहुल-स्पीति प्रशासन को ये निर्देश दे रखे हैं कि लाहुल से बाहर फंसे लोगों को जल्द से जल्द रोहतांग सुरंग के माध्यम से लाहुल पहुंचाया जाए, वहीं लाहुल-स्पीति प्रशासन ने रोहतांग टनल परियोजना  प्रबंधन के साथ बैठक कर इस टनल से लोगों की आवाजाही को लेकर रणनीति तैयार की थी। रोहतांग टनल से अब तक डेढ़ हजार से अधिक लोगों को टनल प्रबंधन आरपार करवा चुका है, जबकि रविवार को भी 500 लोगों को लाहुल भेजा गया है। उपायुक्त लाहुल-स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी का कहना है कि प्रशासन ने शनिवार को ही लोगों की लिस्ट बीआरओ को सौंप दी थी। श्री चौधरी ने बताया कि प्रशासन ने शुरुआती दौर में हेलिकाप्टर के लिए आवेदन करने वाले लोगों को प्राथमिकता के अधार पर तो भेजा ही है। उल्लेखनीय है कि रोहतांग दर्रे की बहाली में हो रही देरी को ध्यान में रख जहां लाहुल-स्पीति प्रशासन लोगों की आवाजाही पिछले कुछ समय से रोहतांग टनल से करवा रहा है, वहीं बीआरओ भी प्रशासन को पूरा सहयोग कर रहा है।  उधर, एचआरटीसी के केलांग डिपो के आरएम मंगल चंद मनेपा का कहना है कि रविवार को निगम की दस बसों में लोगों को रोहतांग टनल के समीप पहुंचाया गया।