लोकसभा चुनाव के दौरान अब तक 3331 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की अवैध शराब, नकदी और आभूषण जब्त किए गए हैं. बताया जा रहा है कि यह राशि पिछले लोकसभा चुनाव के कुल खर्च से थोड़ी ही कम है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के शुरुआती चार चरण में अब तक 3331 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की अवैध शराब, नकदी और आभूषण आदि जब्त किए जा चुके हैं. जबकि 2014 का लोकसभा चुनाव संपन्न कराने में आयोग का कुल खर्च 3870 करोड़ रुपये था. हालांकि अभी चुनाव के तीन चरणों का मतदान बाकी है. इस दौरान जब्त अवैध सामग्री की कीमत पिछले चुनाव की तुलना में तीन गुना ज्यादा के आंकड़े को छूने वाली है. आयोग द्वारा 2014 के लोकसभा चुनाव में जब्त की गई अवैध सामग्री की कुल कीमत 1200 करोड़ रुपये थी. आयोग के आंकड़े बताते हैं कि 10 मार्च को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद 4 मई तक पकड़ी गई अवैध सामग्री में सबसे ज्यादा मात्रा नशीले पदार्थों की है. आयोग के निरीक्षक दलों ने अब तक 66,417 किलो ग्राम से ज्यादा मादक पदार्थों को पकड़ा है. इसकी बाजार में कीमत करीब 1238.89 करोड़ रुपये है.इसमें सबसे ज्यादा 20 हजार किग्रा से अधिक नशीले पदार्थ पकड़े जाने के साथ उत्तर प्रदेश अव्वल है. 16 हजार किलो ग्राम नशीले पदार्थ के साथ मध्य प्रदेश दूसरे और 15 हजार किलो ग्राम के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है. समाचार एजेंसी भाषा के मुताबित पिछले चुनाव में कुल 804 करोड़ रुपये कीमत के नशीले पदार्थ जब्त किए गए थे. आयोग के आंकड़ों के अनुसार पिछले चुनाव की तुलना में इस चुनाव में अब तक दोगुनी से ज्यादा नकदी जब्त की जा चुकी है. चार मई तक देश भर में 799 करोड़ रुपये की नकदी जब्त हुई है. पिछले चुनाव में इसकी मात्रा 304 करोड़ रुपये थी. कीमती आभूषणों की तरह नकदी के मामले में भी तमिलनाडु अव्वल है. राज्य में अब तक 216 करोड़ रुपये की अवैध नकदी जब्त की जा चुकी है. आंध्र प्रदेश में 137 और तेलंगाना में 70 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध राशि जब्त हुई है.