शपथ समारोह के लिए नहीं बुलाया पाक
पड़ोसी से चल रहे तनाव का असर, प्रधानमंत्री मोदी ने बिम्स्टेक समेत आठ देशों के नेताओं को भेजा न्योता
नई दिल्ली -पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में बिम्स्टेक के राष्ट्राध्यक्षों समेत आठ देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। बिम्स्टेक में भारत समेत दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के वे सात देश शामिल हैं, जो बंगाल की खाड़ी से जुड़े हुए हैं। इन देशों में भारत के अलावा बांग्लादेश, म्यांमार, श्री लंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। इनके अलावा भारत ने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति और मॉरीशस के प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया गया है। इस साल प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर भी मॉरीशस के प्रधानमंत्री चीफ गेस्ट के तौर पर शामिल हुए थे। पीएम मोदी ने 2014 में अपने पहले कार्यकाल के लिए शपथ लेने के दौरान सार्क देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था। इसमें पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी शामिल थे। बिम्स्टेक देशों के नेताओं को आमंत्रण के संबंध में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पड़ोसी प्रथम की नीति के तहत यह न्योता दिया गया है। हालांकि इस बार पाकिस्तान को दूर रखने का फैसला लिया गया है। माना जा रहा है कि पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव के चलते मोदी सरकार ने पाक से दूरी बनाने का फैसला लिया है। हालांकि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने नरेंद्र मोदी को चुनाव में बड़ी जीत पर फोन कर बधाई दी थी। इस दौरान भी पीएम मोदी ने इमरान को एक तरह से नसीहत देते हुए कहा था कि पड़ोस का माहौल आतंकमुक्त होना चाहिए और दोनों देशों को आपस में विवाद की बजाय गरीबी से लड़ना चाहिए। गौरतलब है कि पीएम मोदी दूसरे कार्यकाल के लिए 30 मई को शाम सात बजे शपथ लेने वाले हैं। इस दौरान उनके साथ कई मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। हालांकि किसे कौन सा मंत्रालय मिलने वाला है। इस संबंध में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है।
सात जून को जाएंगे मालदीव
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात या आठ जून को मालदीव दौरे पर जा सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दोबारा सरकार के गठन के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। अपने पहले कार्यकाल के दौरान मोदी ने 55 महीने में 93 बार (इसमें एक ही देश के दो या उससे ज्यादा दौरे भी शामिल हैं) विदेश यात्राएं की थीं। नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बराबरी की है, हालांकि समय उनसे आधा ही लिया। मनमोहन सिंह ने 10 साल में 93 विदेश दौरे किए थे। हालांकि, मोदी इस मामले में इंदिरा गांधी से पीछे हैं, उन्होंने 16 साल में 113 विदेश दौरे किए थे। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी ने 48 विदेशी दौरे किए, जबकि जवाहरलाल नेहरू 1947 से लेकर 1962 के बीच 68 बार विदेशी दौरे पर गए।
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