शिमला में सिर्फ भाजपा ही भाजपा

By: May 24th, 2019 12:15 am

शिमला में भाजपा के सुरेश कश्यप ने कांग्रेस के धनी राम शांडिल को टिकने तक नहीं दिया

 शिमला-17वीं लोकसभा चुनाव में मोदी की सुनामी चली तो कांग्रेस की किश्ती उसमें पूरी तरह से डूब गई। शिमला संसदीय क्षेत्र के 17 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा ने कांग्रेस को एक भी सीट पर टिकने ही नहीं दिया। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने कांग्रेस के धनीराम शांडिल को चारों खाने चित्त कर दिया। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में शिमला संसदीय क्षेत्र में 17 में से 14 विधानसभा क्षेत्रों में लीड हासिल की थी, जो रिकार्ड अब टूट गया है और पूरे 17 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी को ही लीड मिली है। कांग्रेस प्रत्याशी धनीराम शांडिल को अपने ही विधानसभा क्षेत्र सोलन में भी लीड नहीं मिली। ऐसे में धनीराम शांडिल अपने ही विधानसभा क्षेत्र सोलन से हार गए। यहां पर भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप को 16 हजार 188 मतों की लीड मिली है। शिमला संसदीय क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सहित सरकार के मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष भी संबंध रखते हैं। यहां इस बार वीरभद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र अर्की में भी कांग्रेस पूरी तरह से लुढ़क गई। विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और मंत्री डा. राजीव सैजल ने पार्टी अध्यक्ष सुरेश कश्यप को लीड दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। जिला सोलन की बात करें तो नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में सुरेश कश्यप को सबसे अधिक 39 हजार 970 मतों की लीड मिली है। शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखने वाले शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने पार्टी प्रत्याशी सुरेश कश्यप को दस हजार मतों की लीड दिलाई। वहीं, सरकार के चीफ व्हिप नरेंद्र बरागटा के विधानसभा क्षेत्र जुब्बल-कोटखाई में उन्होंने नौ हजार 799 मतों की लीड पार्टी को दिलाई। फिलहाल शिमला संसदीय सीट पर भाजपा ने कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया।

वीरभद्र के घर में भी हुई हार

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के गृह क्षेत्र रामपुर और रोहडू़ में कई साल बाद कांग्रेस का घर ध्वस्त हो गया। हालांकि पिछले कई सालों से विधानसभा चुनावों के साथ-साथ लोकसभा चुनावों में इन क्षेत्रों से लीड कांग्रेस को ही मिलती रही, लेकिन इस बार भाजपा प्रत्याशियों को लीड मिली। रामपुर विधानसभा क्षेत्र भले ही मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता हो, मगर यहां पर भी वीरभद्र सिंह की हार हुई है। इसी तरह से रोहडू़ विधानसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस को करारा झटका लगा है। रोहडू़ में भाजपा को आठ हजार मतों से की लीड मिली है। वहीं, शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र जहां से वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह विधायक हैं, वहां भी भाजपा को 15 हजार 962 मतों की लीड मिली है।

मोदी लहर ने रौंदी कांग्रेस

अदना सा नेता हो या फिर दिग्गज,जो आगे आया मोदी लहर में बह गया। गुरूवार को हिमाचल की सुबह बादलों से घिरी थी,तो उस समय किसी भी कांग्रेसी लीडर ने यह न सोचा होगा कि ये संकट के बादल हैं। कांगड़ा हो या शिमला,हमीरपुर हो या मंडी, कई ऐसे बूथ थे, जहां कांग्रेस को उम्मीद से बहुत कम वोट मिले। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहा एक-एक शब्द सच हुआ कि इस बार मोदी लहर नहीं, कहर है….


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App