सरकारी बसें चुनावी ड्यूटी पर, जनता तंग

शिमला —हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के लोकसभा चुनावी ड्यूटी पर होने से शुक्रवार को जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पडा। चुनावी डयूटी मंे तैनात कर्मचारियों व ईवीएम मशीनों को पोलिगं स्टेशनों तक पहुंचाने के लिए एचआरटीसी की बसंे ड्यूटी पर होने से सुबह से ही जनता की दिक्कतों का दौर शुरू हो गया था, जो क्रम शाम तक जारी रहा। लोकसभा चुनावी ड्यूटी पर शिमला डिविजन से 404 बसें चुनावी ड्यूटी पर थीं। शिमला डिविजन में एचआरटीसी के 1100 केे करीब रूट हैं। इन रूटों पर जनता को यात्रा सुुविधा उपलब्ध करवाने के लिए निगम द्वारा रोजाना 1125 के करीब बसें चलाई जाती हैं। मगर 400 से अधिक बसंे चुनावी ड्यूटी पर होने से शुक्रवार को सभी रूटों पर बसें उपलब्ध करवाना निगम के लिए आफत बन गया। शुक्रवार को एचआरटीसी के शिमला डविजन मंंे 150 सेे 200 के करीब रूट प्रभाावित हुए हैं। खासतौर पर शिमला डिविजन के ग्रामीण रूटोें में यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पडा। इसके अलावा शिमला डिविजन के कई लाँग रूटों पर भी बसें नहीं चल पाई हैं। एचआरटीसी की सबसे अधिक बसें नाहन डिपो से चुनावी डयूटी पर थीं। नाहन से 78 बसें कर्मचारियों व ईवीएम लेकर पोलिंग स्टोशनों के लिए रवाना हुईं। इसके अलावा शिमला मंडल के अन्य डिपुओं से भी काफी संख्या में बसें चुनावी डयूटी पर थीं, जो जनता के लिए परेशानी का सबब बन हुआ दिखा। हालांकि पथ परिवहन निगम का दावा था कि  पोलिगं स्टेशनों में कर्मचारियों व ईवीएम को छोडने के बाद बसंे अपने रूटों पर निकल जाएंगी। जिससे जनता को ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पडेगा, मगर इसके उल्ट बसों की किल्लत होने से रूटांे पर यात्रियों को दिक्कतें झेलते हुए देखा गया। वहीं, एचआरटीसी के मडंलीय प्रबंधक रघुवीर सिंह ठाकुर ने बताया कि शुक्रवार को एचआरटीसी की 404 बसें चुनावी डयूटी पर थीं। जनता की सुविधा केे मद्देनजर प्लान के तहत बसें उपलब्ध करवाई गई हैं।