सीबीआई ने पंजाब में मारे छापे

स्कॉलरशिप घोटाले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने तेज की जांच

शिमला – स्कॉलरशिप घोटाले की जांच में तेजी लाते हुए सीबीआई ने पंजाब में कई जगह दबिश दी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में तैयार किया गए रिकार्ड में कई  संस्थानों के नाम शामिल हैं। इसे देखते हुए सीबीआई टीम  बुधवार को पंजाब में स्कॉलरशिप का रिकार्ड खंगालने पहुंची थी। सीबीआई सूत्रों की जानकारी के मुताबिक एक संस्थान की जवाली में फ्रेंचाइजी है, मगर यहां रिकार्ड उपलब्ध न होने के कारण जांच टीम को पंजाब  की ओर कूच करना पड़ा।  सीबीआई की सूची में पंजाब के  तीन निजी शिक्षण संस्थान   शामिल हैं, जिसमें छात्रों की स्कालरशिप हड़पने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जबकि ऐसे 22 शिक्षण संस्थान हैं, जहां पर छात्रों की स्कॉलरशिप को हड़पने में कोई कसर नहीं छोड़ी। करीब 250 करोड़ की स्कॉलरशिप घोटाले की जांच में तेजी लाते हुए अब सीबीआई का पहला निशाना निजी शिक्षण संस्थान हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में निजी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधनों की दिक्कतें भी और भी बढ़ सकती है और साथ गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। हालांकि अभी तक निजी शिक्षण संस्थानों के नाम गोपनीय रखे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में बड़ा खुलासा हो सकता है। प्रारंभिक जांच के दौरान जो जानकारी दी गई थी सीबीआई उन्हीं पहलुओं को आधार बना कर पूरा रिकार्ड खंगाल रही है। 

चार मोबाइल पर 19 हजार बच्चों की छात्रवृत्ति

चार साल में 2.38 लाख विद्यार्थियों में से 19 हजार 915 को चार मोबाइल फोन नंबर से जुड़े बैंक खातों में छात्रवृत्ति राशि जारी कर दी गई। इसी तरह 360 विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति चार ही बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी, जिसका पूरा ब्यौरा प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने अपनी प्रांरभिक जांच में सामने लाया था। स्कॉलरशिप घोटाले में यह बात भी सामने आ रही है कि 5729 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने में तो आधार नंबर का प्रयोग ही नहीं किया गया है।