सोलन शहर पिएगा अब साफ पानी

सोलन—लोगों को स्वच्छ जल मुहैया करवाने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग मंडल सोलन ने पेयजल टैंकों को साफ करवाना शुरू कर दिया है। यही नहीं सोलन शहर के लिए आने वाली अश्वनी पेयजल योजना में भी इन दिनों सफाई का कार्य चला हुआ है। टैंकों की साफ-सफाई से जहां लोगों को स्वच्छ जल मिलेगा वहीं लोग इन दिनों होने वाली जलजनित बीमारियों से भी दूर रहेंगे। बताया जा रहा है कि सोलन, धर्मपुर व कंडाघाट के 450 पेयजल टैंकों को साफ  करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी के साथ इन टैंकों को साफ  करने के लिए विभाग ने लगभग बीस दिन का समय रखा है। अधिकतर ध्यान चर्चा में रहने वाली अश्वनी पेयजल योजना की ओर दिया जा रहा है और प्रत्येक तीन महीने बाद योजना के टैंकों की साफ-सफाई करवाई जा रही है। गौरतलब हो कि गर्मियां शुरू होते ही जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। यह बीमारियां न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग सहित सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा अपनी ओर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने, जहां अन्य विभागों, निजी संस्थानों को जलस्रोतों को साफ करने के लिए निर्देश जारी किए हुए है, वहीं आईपीएच विभाग द्वारा भी अपने टैंकों को साफ  करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। बता दंे कि पिछले वर्ष बारिशों के बाद जिला में डायरिया के बहुत से मामले सामने आए थे। इससे जिला के कई क्षेत्रों में हड़कंप पैदा हो गया था, लेकिन इस वर्ष इस आंकड़े पर लगाम कसने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग सहित आईपीएच विभाग गर्मियों के शुरुआती दिनों में ही अलर्ट हो गया है और इस के लिए अपनी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने जिला भर में जल-जनित बीमारियों से बचाव के लिए सभी संस्थानों व लोगों को पानी की टंकियों व जलस्रोतों को साफ  करने के लिए कहा है। इन सभी की सफाई करने के बाद संस्थानों को उपायुक्त सोलन व स्वास्थ्य विभाग को कंप्लॉयंस रिपोर्ट सौंपने को भी कहा था। दूसरी ओर सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग मंडल सोलन की स्कीमों में भी सफाई का कार्य करवाया जा रहा है, ताकि लोगों को साफ  पानी मिले।

हफ्ते से चला है अश्वनी में साफ-सफाई का काम

अश्वनी पेयजल योजना के सभी टैंकों को साफ  करने का कार्य हफ्ते भर से चला हुआ है। इसके चलते पानी की लिफ्टिंग भी नहीं हो रही है। लोगों को इस योजना से साफ  पानी मिले इसके लिए प्रत्येक तीन माह बाद साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है।