इसे बेहतर तो स्कूल होता है: नायडु

By: Jun 27th, 2019 12:04 am

 

 राज्यसभा के सभापति एम . वेंकैया नायडु ने सदन के सदस्याें के व्यवहार पर टिप्पणी करते हुुए बुधवार को कहा कि इससे बेहतर तो स्कूल होता है।श्री नायडु ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए जरुरी दस्तावेज पटल पर रखवायें और सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अपना वक्तव्य देते वक्त समयसीमा का ध्यान रखना चाहिए। वक्तव्य के समय अन्य सदस्यों को धीरे बोलना चाहिए और कार्यवाही में व्यवधान पैदा नहीं करना चाहिए। सदन में व्यवस्था बनाने के लिए यह जरुरी है कि सभी सदस्य सदन के नियमों का पालन करें।सभापति ने कहा, “किसी सदस्य ने कहा है कि यह कोई स्कूल है? …. अरे भाई, स्कूल तो इससे बेहतर होता है। वहां एक्शन तो ले सकते हैं।” गौरतलब है कि सभापति सदन का कामकाज सुचारु रुप से चलाने के लिए व्यवस्था बनायें रखने पर जोर देते हैं अौर सदस्यों से सदन की नियमों और परंपराओं का पालन करने का अनुरोध करते हैं। इसके बाद सभापति ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा कराने के लिए शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं कराने की घोषणा की और बोलने के लिए सदस्य का नाम पुकारा। बहुजन समाज पार्टी के वीर सिंह के बोलने के लिए 10 मिनट का समय मांगने पर श्री नायडु ने कहा, “ मैं क्या करूं? जनता ने (अापको) समय दिया ही नहीं।” श्री सिंह को अपना वक्तव्य देने के लिए तीन मिनट का समय आवंटित हुआ था।

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App