ईवीएम पर पीएम ने घेरा विपक्ष

By: Jun 27th, 2019 12:05 am

राज्यसभा में मोदी बोले, हमने हार पर कभी विलाप नहीं किया

नई दिल्ली -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद जवाब देने के साथ-साथ ईवीएम के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और ‘एक देश, एक चुनाव’ की वकालत भी की। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कभी हमारी संख्या 2 थी। हमारा मजाक बनाया जाता था। निराशाजनक वातावरण में विश्वास के बलबूते हमने पार्टी को खड़ा किया। हमने हार पर कभी विलाप नहीं किया। जब स्वयं पर भरोसा नहीं होता, सामर्थ्य का अभाव होता है। तब बहाने खोजे जाते हैं। ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा जाता है। एक निरंतर प्रक्रिया है सुधार की। पहले का जमाना देख लीजिए क्या था। चुनाव के बाद अखबारों की हैडलाइन क्या होती थी। इतनी हिंसा हुई, इतने लोग मारे गए और इतने बूथ कैप्चर किए गए। आज हेडलाइन होती है कि पहले की तुलना में मतदान कितना बढ़ा है। ‘एक देश, एक चुनाव’ के मुद्दे पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस एक देश, एक चुनाव के पक्ष में नहीं हैं। अरे चर्चा तो करिए। क्या ये समय की मांग नहीं है कि हमारे देश में कम से कम मतदाता सूची तो एक हो? आज देश का दुर्भाग्य है कि जितने चुनाव, उतने मतदाता सूची? चुनाव के रिफॉर्म अनिवार्य हैं। ये होते रहने चाहिए। कुछ लोग कहते हैं कि अगर साथ चुनाव होंगे तो रीजनल पार्टियां खत्म हो जाएंगी। जहां-जहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ हुए वहां प्रादेशिक पार्टियां जीती हैं। देश के मतदाताओं को समझ है, इसलिए उनकी समझ पर शक मत करिए। हर प्रयास का स्वागत होना चाहिए, लेकिन हम पहले ही दरवाजे बंद करें तो कभी बदलाव नहीं आता है।

चमकी बुखार से हो रही मौतों पर तोड़ी चुप्पी

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का राज्यसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में चमकी बुखार से बच्चों की मौत की घटनाओं पर भी अपनी चुप्पी तोड़ी। बिहार में बच्चों की इंसेफेलाइटिस के कारण मौत की घटनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह हम सभी के लिए दुख और शर्म की बात है।  उन्होंने कहा कि आज भी बच्चों का बुखार से मरना देश की 70 साल की विफलताओं में से एक है और हम सभी को मिलकर इन विफलताओं से निपटने के समाधान खोजने होंगे। इस बारे में वह राज्य सरकार के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है।

जब आजाद से बोले मोदी, कुछ दिन तो गुजारिए गुजरात में

राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर चुन-चुनकर हमला बोला। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल के मुद्दे पर भी कांग्रेस को घेरा और साथ ही साथ राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद पर तंज भी कस दिया। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी जी, कुछ दिन तो गुजारिए गुजरात में… सरदार पटेल के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि सरदार पटेल कांग्रेस के ही बड़े नेता थे, लेकिन वह सिर्फ गुजरात में ही कांग्रेस के पोस्टर में दिखते हैं, लेकिन देश में नजर नहीं आते हैं। उन्होंने कहा कि हमने सरदार साहब की सबसे बड़ी मूर्ति बनाई, मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस के नेता वहां पर जाएं और श्रद्धासुमन चढ़ाकर आएं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि गुलाम नबी जी..कुछ दिन तो गुजारिए गुजरात में..’ जब प्रधानमंत्री ने ऐसा कहा तो सदन में ठहाके लगने लगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान एक शेयर भी सुनाया। पीएम ने कहा कि ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा, ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और मैं आईना साफ करता रहा।

पहली बार मिला बोलने का मौका

राज्यसभा में पूर्व टूरिज्म मिनिस्टर केजे अल्फोंस के लिए बुधवार को जमकर टेबल बजी। समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने तो बीजेपी चीफ अमित शाह से अल्फोंस को मंत्री बनाने की सिफारिश भी कर डाली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए अल्फोंस ने यह खुलासा किया कि वह पहली बार सदन में बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भले ही मैं 21 महीने टूरिज्म मिनिस्टर रहा, लेकिन कभी बोलने का मौका नहीं मिला। मुझे इससे पहले न तो कोई स्टेटमेंट देने का और न ही किसी सवाल का जवाब देने का मौका मिला। अल्फोंस ने जैसे ही कहा कि यह मेरी पहली स्पीच है, सभी ने टेबल बजाकर उनका स्वागत किया। पूर्व टूरिज्म मिनिस्टर ने अपनी पहली स्पीच में पीएम की जमकर तारीफ।

…. इसे बेहतर तो स्कूल होता है

राज्यसभा के सभापति एम . वेंकैया नायडु ने सदन के सदस्यों के व्यवहार पर टिप्पणी करते हुए बुधवार को कहा कि इससे बेहतर तो स्कूल होता है। श्री नायडु ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए जरूरी दस्तावेज पटल पर रखवाए और सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अपना वक्तव्य देते वक्त समयसीमा का ध्यान रखना चाहिए। वक्तव्य के समय अन्य सदस्यों को धीरे बोलना चाहिए और कार्यवाही में व्यवधान पैदा नहीं करना चाहिए।

 


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