ऊना में गर्मी ने तोडे़ रिकार्ड, पारा 44.9 डिग्री

By: Jun 10th, 2019 12:10 am

आसमान से आग बरसा रहे सूर्यदेव ने बनाए कर्फ्यू जैसे हालात, लोगांे को प्रचंड गर्मी और लू के थपेड़ों से झेलनी पड़ रही दिक्कतें

ऊना—प्रदेश के सबसे गर्म जिला ऊना में गर्मी ने पिछले साल के रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया है। इस साल पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा प्रचंड गर्मी पड़ी है। हालांकि इस साल पिछले साल की अपेक्षा कम वृद्धि ही हुई है। लेकिन गर्मी के तापमान में बढ़ोतरी चिंता बन गई है। हालांकि वर्तमान में तो पूरा प्रदेश ही आग की भट्ठी की तरह जल रहा है। लेकिन ऊना जिला ने तो गर्मी के इस मौसम में पिछले के रिकार्ड भी तोड़ दिए हैं। मौसम विभाग की मानें तो इस साल अब तक गर्मी का तापमान 44.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जबकि गत वर्ष गर्मी का तापमान 44.7 दर्ज किया गया था। ऐसे में स्वयं अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऊना जिला में लगातार प्रचंड गर्मी पड़ रही है। जून माह में ही सूर्यदेव ने जिला ने कर्फ्यू जैसी स्थिति बना दी है। वहीं, लगातार तापमान कम और ज्यादा हो रहा है। अब तो जिला के लोगों को लू के थपेड़ों का भी सामना करना पड़ रहा है। लगातार गर्मी के तापमान में इजाफा हो रहा है। इस साल भी गर्मी के तापमान में पिछले साल की अपेक्षा प्वाइंट टू की वृद्धि दर्ज की गई है। ऐसे में आगामी भविष्य में तो यहां पर समस्या और विकराल रूप धारण कर सकती है। वर्तमान में दिन ही नहीं बल्कि अब रात को भी गर्मी खूब कहर बरपा रही है। दिन के समय लू के थपेड़ों से बचने के लिए महिलाएं छाता व पानी की बोतल लेकर बाहर निकल रही हैं तो युवक कपड़े के सहारे ही बाहर का सफर कर रहे हैं। पंखे, कूलर व फ्रिज इस विकराल गर्मी के आगे जबाब दे चुके हैं। गत सप्ताह रविवार की रात इस सीजन की सबसे गर्म रात रही। इसमें जिला का रात का तापमान दो डिग्री उछाल के साथ 23 डिग्री पार कर गया। दिन में तेज धूप तो रात को उमस से जिलावासियों के पसीने छूट रहे हैं। बढ़ते पारे ने लोगों का दिन का चैन तो रात की नींद छीन ली है। बता दें कि ऊना जिला में प्रदेश में अलावा अन्य बाहरी राज्यों की आवाजाही लगी रहती है। धार्मिक स्थल होने के चलते बाहरी राज्यों के लोग इस ओर अपना रुख करते हैं। लेकिन अब तो यहां आने वाले लोग भी प्रचंड गर्मी का प्रकोप झेलने को मजबूर हैं। जिला के बाजारों की बात की जाए तो दिन के समय बाजारों में सन्नाटा पसरा रहता है। वहीं, लोग सुबह दस बजे के बाद अपने घरों में ही दुबके रहते हैं।  उधर, जिला मौसम अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल गर्मी ने रिकार्ड़ तोड़ दिया है। गर्मी के तापमान में पिछले साल की अपेक्षा वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि रविवार को जिला का अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री व न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आगामी दिनों में गर्मी के तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है।

आपदा प्रबंधन ने जारी की एडवायजरी

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी की गई एडवाइजरी से लोगों को सलाह दी गई है कि जहां तक संभव हो धूप में घरों से बाहर न निकलें। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं व यात्रा करते हुए अपने पास पानी अवश्य रखें। धूप में हल्के व ढीले कपड़े पहनें, चश्मे का इस्तेमाल करें। सिर को टोपी या गमछे से ढकें तथा हमेशा जूते-चप्पल पहन कर ही घर से बाहर निकलें। जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर काम करने से पहरेज करें। अगर आपका काम बाहर को हो तो गीले कपड़े को अपने सिर, चेहरे व गर्दन पर रखें। इसके साथ-साथ घर में बने आम पन्ना, लस्सी, नींबू पानी आदि का सेवन नियमित रूप से करें। बच्चों व पालतू जानवरों को पार्क किए हुए वाहनों में अकेला न छोड़ें। अपने घर को ठंडा रखें व पर्दों का इस्तेमाल करें। रात को घर की खिड़कियां खुली रखें। स्थानीय मौसम व आने वाले दिनों के अनुमानित तापमान में परिवर्तन के बारे में सतर्क रहें। तबीयत ठीक न होने या फिर चक्कर आने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।

बदला गया है स्कूलों का टाइम टेबल

जिला प्रशासन की ओर से प्रचंड गर्मी के चलते स्कूलों की समयसारिणी में बदलाव किया। सुबह नौ से दोपहर दो बजे तक स्कूलों का समय निर्धारित किया गया है। लेकिन उसके बावजूद शिक्षक संघ द्वारा गर्मी के तापमान में हो रही लगातार बढ़ोतरी के चलते दोबारा स्कूलों की समयसारिणी में बदलाव की मांग उठाई जा रही है। हिमाचल प्रदेश स्कूल लेक्चरर संघ जिला ऊना ने स्कूलों की समयसारिणी में बदलाव की मांग उठाई गई है। उन्होंने स्कूली बच्चों की समस्या को ध्यान में रखते हुए स्कूल समससारिणी को सुबह साढ़े सात से साढे़ 12 बजे तक किए जाने की मांग की है।


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