एनआईटी में 481 विद्यार्थियों को डिग्रियां

हमीरपुर—राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर का नौवां दीक्षांत समारोह सोमवार को आयोजित किया गया। समारोह में बतौर मुख्यातिथि प्रो. अजीत कुमार निदेशक आईआईटी रुड़की रहे। दीप प्रज्वलित कर सम्मान समारोह की शुरुआत की गई। दीक्षांत समारोह में 481 विद्यार्थियों को उपाधियां दी गईं। हिमाचली परिधान कुर्ता-पायजामा को इस बार तवज्जो दी गई थी। एनआईटी हमीरपुर के डायरेक्टर विनोद यादव ने बताया कि समारोह में 33 पीएचडी, 121 पोस्ट ग्रेजुएट और 327 ग्रेजुएट को उपाधियां प्रदान की गईं। हालांकि बहुत से ओल्ड स्टूडेंट्स अपनी डिग्रियां लेने नहीं पहंुचे। वर्ष 2014 के उपरांत यह समारोह आयोजित किया गया है। सालों पहले संस्थान से पासआउट होकर निकले छात्रों के लिए संस्थान में डिग्री लेने के लिए पहुंचना मुनासिब नहीं दिखा। संस्थान द्वारा बुलाए गए 2715 स्टूडेंट्स में से सिर्फ 481 ही पहुंचे। डिग्रियां सिविल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, मैटीरियल साई एंड इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट में प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि एनआईटी से वर्ष 2018-19 में पासआउट होकर निकले करीब 85 फीसदी छात्रों को अच्छे पैकेज पर नौकरी मिली है। सालाना पैकेज एक करोड़ से अधिक है। उन्होंने कहा कि खेल में भी एनआईटी के छात्रों का दबदबा रहा है। जयपुर में आयोजित खेल प्रतियोगिता में संस्थान के छात्रों ने एक हजार मीटर दौड़ में गोल्ड, पांच हजार मीटर में सिल्वर मेडल हासिल किया है। उन्होंने बताया कि एनआईटी ने एमएचआरडी, सीडीएसएस वेंटर्ज लिमिटेड, वाटर एंड सोसायटी स्पोर्ट्स आर्गेनाइजेशन से एमओयू साइन किया है। मुख्यातिथि अजीत चतुर्वेदी पासआउट छात्रों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि समाज के उत्थान व अपनी मातृभूमि के लिए अपने दायित्व का निभाएं।