एफएसएल रिपोर्ट खोलेगी उपप्रधान की मौत का राज

गगरेट —विकास खंड गगरेट की ग्राम पंचायत लोहारली के उपप्रधान प्रदीप कुमार दीपू की हत्या के मामले की तफ्तीश पुलिस ने तेज कर दी है। सोमवार को डीएसपी मनोज जम्वाल ने प्रदीप कुमार की हत्या के आरोपियों के साथ उस जगह का दौरा किया जहां पर आरोपियों ने प्रदीप कुमार दीपू के साथ बैठकर शराब पी थी और उस जगह का भी दौरा किया जहां पर प्रदीप कुमार दीपू का शव बरामद हुआ था। हालांकि पुलिस की गहन पूछताछ के बाद भी आरोपियों ने स्वयं इस गुनाह को कबूल नहीं किया है। सोमवार को डीएसपी मनोज जम्वाल ने भी पुलिस थाना गगरेट पहुंच कर आरोपियों से गहन पूछताछ की और आरोपियों को ले जाकर उस स्थान की शिनाख्त भी करवाई जहां पर उन्होंने शराब का सेवन एक साथ किया था। बेशक पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी प्रदीप कुमार की हत्या के पीछे हाथ होने की बात को कबूल नहीं कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उस वीडियो को पुख्ता आधार मान रही है। इसमें प्रदीप कुमार दीपू ने अपने सौतेले भाइयों को शराब में जहरीला पदार्थ मिलाकर पिलाने के आरोप लगाए थे। पुलिस भी मानकर चल रही है कि अपने अंतिम समय में कोई भी व्यक्ति झूठ क्यों बोलेगा। इसलिए अब तक उस वीडियो को ही सबसे बड़ा सबूत माना जा रहा है। हालांकि सोमवार को घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को ऐसी कोई खाली शीशी तक नहीं मिली है। इससे यह पुख्ता हो सके कि वहीं पर जहरीला पदार्थ शराब में मिलाकर पिलाया गया। मृतक प्रदीप कुमार दीपू ने वीडियो में भी कहा है कि उसके सौतेले भाई जमीनी विवाद के चलते न्यायालय में चल रहे केस को वापस लेने का दबाव बना रहे थे। इसके चलते पुलिस भी यही मान कर चल रही है कि प्रदीप कुमार दीपू की हत्या करने के पीछे की मंशा जमीनी विवाद हो सकता है। अब एफएसएल की रिपोर्ट ही इस बात का खुलासा करेगी कि प्रदीप कुमार दीपू की मौत किस प्रकार के जहर से हुई। उधर डीएसपी मनोज जम्वाल का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और पुलिस हर साक्ष्य जुटाने का प्रयास कर रही है।