कुल्लू में तूफान से तबाही

भुंतर—आंधी-तूफान से जमींदोज हुए कुल्लू के बागबानों के सपने अब सरकार की राहत पर टिक गए हैं। पिछले एक सप्ताह में हुई तेज हवाओं से जिला के बागबानों की सेब-नाशपाती सहित प्लम व खुमानी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है और बागबानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। लिहाजा, जिला के दि लोअर कुल्लू किसान एवं बागबान संगठन भुंतर ने प्रदेश सरकार और बागबानी विभाग से बागबानों के लिए मुआवजा मांगा है। बागबान संगठन ने कहा कि जिला के मणिकर्ण, गड़सा, स्नोर क्षेत्र व बंजार में प्लम, नाशपाती व सेब की फसलों को भारी नुकसान हुआ है और कई स्थानों पर तो पेड़ पूरी तरह से खाली हो गए हैं। तूफान से हुए नुकसान की स्थिति को जांचने के लिए हालांकि सरकार ने भी बागबानी महकमे को निर्देश जारी किए हैं। ऐसे में विभाग की टीमें भी रिपोर्ट बनाने में जुटी हंै।  बागबान संगठन ने भी तूफान से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार की है और इनके अनुसार रूपी-पार्वती घाटी तथा बंजार क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। दि लोअर कुल्लू किसान-बागबान संगठन के प्रधान यशपाल ठाकुर ने कहा है कि उद्यान विभाग और प्रदेश सरकार को घाटी में हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार से बागबानों को नुकसान की भरपाई के लिए नकद मुआवजे की मांग की गई है, जिससे बागबानों को आर्थिक मदद मिल सके। बहरहाल, कुल्लू के बागबानों पर आंधी-तूफान का साया मंडरा रहा है और फसलें जमींदोज होने लगी हैं।