गरीब परिवार की मदद को आगे आया कार सेवादल

कुल्लू-भुंतर तहसील के अंतर्गत पड़ने वाली तेगूबेहड़ पंचायत की विधवा व्यासा देवी पिछले कई वर्षों से पहाड़ जैसी जिंदगी जीने को मजबूर है। व्यासा देवी के पति हरिदास का लगभग 10 साल पहले देहांत हो गया है। उसके बाद व्यासा देवी के कंधों पर दो बेटियों व एक बेटे के पालन पोषण की जिम्मेदारी आ गई। जीवन साथी के स्वर्ग सिधारने के उपरांत व्यासा के बुरे दिनों की शुरुआत हो गई । विधवा की बड़ी बेटी अचानक लापता हो गई और छोटी बेटी सीमा मानसिक रोग से ग्रस्त है। व्यासा देवी की मुसीबतें यहीं समाप्त नही हुई उनके बेटे का एक एक्सीडेंट में देहांत हो जाता हैं। अब व्यासा देवी अकेले ही अपनी मनोरोगी बेटी के साथ पहाड़ जैसा जीवन जी रही हैं। व्यासा देवी  के उपर मानसिक रोगी सीमा की जिम्मेदारी हैं उसकी देखरेख उन्हें स्वयं करना पड़ती हैं। कार सेवादल कुल्लू ने परिवार का निरीक्षण कर उनकी स्थिति को देखते हुए पाया कि गरीब परिवार नरकीय जीवन जीने को मजबूर है। घर की छत भी बरसात में टपकती है। रसोई में बरतन भी पर्याप्त मात्रा मेंं नहीं हैं तो वहीं खाना बनाने  के लिए गैस सिलेंडर का इंतजाम भी नहीं है। भुंतर की समाज सेवी बेटी बचाओ बेटी-पढ़ाओ समिति की प्रधान अंजना देवी ने इस परिवार की जानकारी कार सेवा दल संस्था को दी। कार सेवादल ने तुरंत इस परिवार की मदद को हाथ बढ़ाए और इस परिवार की नाजुक स्थिति को देखते हुए उन्हें  गर्म कंबल,  रजाई गद्दे, बरतन, तंदूर, ट्रंक व दो महीने की खाद्य सामग्री संस्था द्वारा दी गई और परिवार को हर महीने राशन भेजते रहेंगे। इस नेक कार्य में संस्था के संचालक मनदीप सिंह, अमित शर्मा, राजेंद्र सिंह, रामप्रसाद शर्मा, दुली चंद, जसप्रीत सिंह, सतवंत सिंह, वीर सिंह, भुंतर के समाजसेवी मेघ सिंह कश्यप, अंजना देवी व रेखा आदि शामिल रहे।