चौड़ाई हो सकती है कम, पर नहीं रुकेगा फोरलेन का काम

हिमाचल में पूरा होकर ही रहेगा प्रोजेक्ट; पठानकोट-मंडी, मटौर-शिमला का काम थमने के लगाए जा रहे थे कयास

धर्मशाला –हिमाचल में पूर्व घोषित और सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण फोरलेन कार्य बंद नहीं होंगे। पिछले दिनों मतगणना के दो दिन बाद ही निकले एक पत्र ने भ्रम की स्थित पैदा कर दी थी। उस समय केंद्र में नई सरकार का गठन भी नहीं हुआ था, लेकिन सोमवार को एनएच-88 के लिए जिस तरह भूमि अधिग्रहण की करीब 50 किलोमीटर के पैच के लिए जारी अधिसूचना प्रकाशित हुई है, इससे स्पष्ट हो रहा है कि पूर्व घोषित राज्य की महत्त्वाकांक्षी परियोजनाएं बनकर ही रहेंगी। भू-स्खलन या अन्य कारणों से खराब भूमि के स्थान पर 40 या 45 मीटर चौड़ाई कम की जा सकती है, लेकिन बड़ी परियोजनाओं को एकदम पूरी तरह से बंद कर पाना आसान नहीं होगा। प्रदेश की दो बड़ी एवं प्रमुख लाइफलाइन पठानकोट-मंडी व मटौर-शिमला को फोरलेन बनाने और शिलान्यास की प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद इन पर रोक लगाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे। एक अधिसूचना का हवाला देकर राज्य की इन महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं का काम प्रभावित करवाया जा रहा है, लेकिन सोमवार को पुराने एनएच-88 के लिए भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने की अधिसूचना जारी होने के बाद इन कयासों पर विराम लगता दिख रहा है। पठानकोट-मंडी फोरलेन सुरक्षा की दृष्टि से राज्य का सबसे महत्त्वपूर्ण सड़क मार्ग है। यह लेह-लद्दाख को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना को पहले ही सुरक्षा की दृष्टि से देखते हुए प्राथमिकता में रखा गया था। इस पर तुरंत प्रभाव से काम शुरू करवाने के लिए ही लोकसभा चुनाव से पहले कांगड़ा एयरपोर्ट के निकट इसका शिलान्यास किया गया था। इसके बाद आदर्श आचार संहिता सहित चुनावी प्रक्रिया के चलते यह कार्य गति नहीं पकड़ पाया, लेकिन अब भू-अधिग्रहण के लिए फिर शुरू होने जा रही प्रक्रिया के बाद जल्द सूबे की सबसे महत्त्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का कार्य गति पकड़ेगा। भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करवाने से भी स्पष्ट है कि सरकार की मंशा इन कार्यों को रोकने के बजाय गति देने की है।

जल्द होगी एक्सपर्ट्स की बैठक

एनएच के तहत भी इन सड़क मार्गों के रुके हुए कार्यों को गति देने के प्रयास शुरू हो गए हैं। पूर्व में इनके रखरखाव का कार्य करीब बंद होने लगा था, लेकिन इन सड़क मार्गों की स्ट्रेंथन का काम एक बार फिर से तेज हो गया है। उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति का कहना है कि जल्द ही फोरलेन से जुड़े अधिकारियों एवं अन्य एक्सपर्ट्स से बैठक की जााएगी और सारे हालात पर स्थिति स्पष्ट कर काम किया जाएगा।