जंगल की आग से गोशालाएं राख

गारली के सरला में इमारती लकड़ी-घास सब कुछ स्वाह, पीडि़तों को तीन लाख का नुकसान

गारली —सरला गांव मंे आग लगने से दो परिवारांे की गोशालाएं जलकर राख हो गई हैं। इस आगजनी मंे पीडि़त परिवारांे को लाखांे रुपए का नुकसान हो गया है। घटना रविवार शाम को पेश आई। जानकारी अनुसार रविवार शाम सरला गांव की ईश्वरी देवी पत्नी स्व. ब्रह्मदास व बक्शी राम पुत्र स्व. अजुध्या दास गांव कोटलू के सरला मंे बनाई गई गोशाला मंे अचानक आग लग गई। गोशाला के पास कुछ दूरी पर जंगल है। लोगांे का कहना है कि एक दिन पहले इस जंगल मंे आग लगी थी। माना जा रहा है कि जंगल की आग यहां तक पहुंची और इस मवेशीखाने को अपनी चपेट मंे ले लिया। आग लगने की सूचना लोगांे ने फोन के माध्यम से पीडि़त परिवार को दी। आसपास के लोगांे ने आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन आग इतनी भयानक थी कि चंद मिनटांे मंे ही सब कुछ जलकर राख हो गया। गनीमत यह रही कि इस आगजनी मंे जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने से ईश्वरी देवी के दो स्लेटपोश कमरे तथा उसमंे रखा घास और इमारती लकड़ी आग की भेंट चढ़ गई। इसके साथ ही बक्शी राम का मवेशीखाना जलकर राख हो गया। यह दोनांे परिवार गरीब हैं। दिहाड़ी-मजदूरी कर परिवारांे का पालन-पोषण करते हैं। अचानक आग लगने से दोनांे परिवारांे पर दुखांे का पहाड़ टूट पड़ा है। स्थानीय लोगांे व प्रधान ग्राम पंचायत गारली वंदना शर्मा, वार्ड सदस्य कोटलू सुशीला शर्मा, वार्ड सदस्य निशा शर्मा, हंसराज, जुलफी राम, राजंेद्र प्रसाद, जीवन शर्मा, सुभाष शर्मा आदि ने प्रशासन व सरकार से अपील की है कि इन पीडि़त परिवारांे को शीघ्र-अतिशीघ्र आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाए, ताकि ये दोबारा अपनी गोशाला बना सकंे और बेजुवान पशुआंे को छत्त नसीब हो सके।