जलाने लगा जून…छिन गया सुकून

ऊना—ऊना में बढ़ते पारे ने इस सीजन में पिछले 14 साल का रिकार्ड तोड़ा है। दस जून का दिन सीजन ही नहीं बल्कि पिछले लगभग डेढ़ दशक का सबसे सबसे गर्म दिन रहा है। दिन के साथ-साथ रात के पारे में भी उछाल आया है। सोमवार को ऊना का पारा 45 डिग्री के पार पहंुच गया। तो रात के पारे में भी बढ़ोतरी हुई है। बढ़ते पारे के कारण ऊना तंदूर की तरह तप रहा है। आसमान से बरस रही आग ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। ऊना मुख्यालय के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कर्फ्यू जैसे हालात बने हैं और प्रचंड धूप से बचने के लिए लोग घरों में दुबक रहे हैं। बढ़ते पारे के आगे एसी, कूलर, पंखे भी जवाब देने लगे हैं। बाइक चालक व राहगीरों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। लू के थपेड़ों से मुंह, हाथ व त्वचा जल रही है। चिल्लचिलाती धूप से लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं और मारे प्यास के कंठ सूख रहे हैं। लोगों के साथ-साथ भी पशु, पक्षी व अन्य जानवर भी तेज धूप व गर्म हवाओं से व्याकुल हो रहे हैं और पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं। एक दिन में ही जिला का तापमान दो डिग्री उछलकर 45 डिग्री को पार कर गया। मौसम विभाग की मानें तो वर्ष 2005 जून माह में जिला का अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री ही दर्ज किया गया था। जबकि इसके बाद वर्ष 2014 में आठ जून को ऊना का पारा 45.0 डिग्री दर्ज हुआ था। इसके बाद 10 जून दिन सोमवार को एक बार फिर से जिला का तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वर्ष 2015 में गर्मियों के सीजन में जिला का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री नौ जून को रहा था। वर्ष 2016 में भी समर सीजन में जिला का अधिकतम तापमान 43.7 चार जून को दर्ज किया गया था। पिछले वर्ष भी जिला का अधिकतम तापमान जून माह में ही 44.8 डिग्री दर्ज किया हुआ था।

ठंडक पाने को गीला कपड़ा ओढ़ रहे लोग

तपती गर्मी में सिंगल स्टोरी भवन भट्ठी की तरह तप रहे हैं। सीलिंग फैन गर्म हवा दे रहे हैं। ठंडक पाने के लिए लोग गीला कपड़ा ओढ़ रहे हैं।