जिला के 15 अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों में छापा

नाहन—मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डा. केके पराशर की अध्यक्षता में सोमवार को यहां प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994 (पीएनडीटी) के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की त्रैमासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डा. केके पराशर ने बताया कि जिला सिरमौर में 21 पंजीकृत अल्ट्रासाउंड क्लीनिक हैं जिनमें पांच सरकारी, जबकि 16 निजी क्षेत्र में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि गत तिमाही के दौरान जिला सिरमौर के 15 अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में 1000 लड़कों के अनुपात में कन्या लिंग दर 956 है, जबकि वर्ष 2018-19 के दौरान पच्छाद स्वास्थ्य खंड की 0-6 वर्ष आयु की कन्या लिंगानुपात 975 है, जिसके लिए पच्छाद स्वास्थ्य खंड को लिंगानुपात सुधार के लिए पांच लाख रुपए की राशि से पुरस्कृत किया गया। उन्होंने कहा कि लिंग जांच करना तथा करवाना कानूनी अपराध है तथा लिंग जांच की जानकारी देने वाले को सरकार द्वारा एक लाख रुपए का इनाम का प्रावधान है तथा उसका नाम गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी जिला सिरमौर में अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों के औचक निरीक्षण किए जाएंगे। डा. पराशर ने बताया कि मार्च, 2019 में पांवटा सिविल अस्पताल में सरकारी तथा निजी क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों के लिए प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994 के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया तथा जिला के छह स्थानों पर नुक्कड़ नाटक आयोजित कर लोगों को बेटी   बचाओ-बेटी पढ़ाओ और बेटी है अनमोल कार्यक्रम की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि जिला सिरमौर में 215 स्वास्थ्य तथा अन्य सरकारी भवनों पर गुड्डा-गुड्डी बोर्ड भी स्थापित किए गए। इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डा. वाईए परमार मेडिकल कालेज नाहन डा. डीडी शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. निसार अहमद, रेडियोलॉजिस्ट डा. दिनेश शर्मा, बाल रोग विशेषज्ञ डा. श्याम, स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. ललित महाजन, डा. विधी तोमर के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।