टमाटर की खेती घाटे का सौदा

रिवालसर—बल्ह घाटी के किसानों ने प्रदेश की जयराम सरकार से टमाटर का समर्थन मूल्य 20 रुपए प्रति किलोग्राम करने की गुहार लगाई है। वहीं किसानों का समर्थन करते हुए जिला मंडी किसान सभा के प्रधान भूप सिंह व उनकी कार्यकरिणी के सदस्यों का कहना है कि बल्ह घाटी के किसानों द्वारा उर्वरक, कीटनाशक व महंगे हाइब्रिड बीज खरीद कर तपती धूप में कड़ी मेहनत से अच्छी फसल उगाने के बावजूद उन्हें नकदी फसलों के उचित दाम न मिलने से खेती अब उनके लिए घाटे का सौदा बनती जा रही है, जबकि बिचौलिए उनकी फसलों को आगे बेच कर मालामाल हो रहे हैं। इन्हीं बिचौलियों के माध्यम से आगे जाकर सब्जियों के मनमाने दामों से उपभोक्ताओं को भी चूना लगाया जा रहा है। गत वर्ष से सब्जी विके्रताओं की दुकानों से रेट लिस्ट भी गायब हो गई हैं । कारण सरकार की नीति के कारण जिला प्रशासन खुदरा विक्रेताओं का मार्जन तय करने में असहाय नजर आ रहा  है, जिससे सब्जी विक्रेताओं के हौसले बुलंद हंै, जबकि महंगाई की मार झेल रही जनता को सब्जियों के मनमाने दामों के कारण अपनी जेब ढीली करना पड़ रही है। आजकल बल्ह के किसानों से व्यापारी 24 से 27 किलो टमाटरों की एक क्रेट करीब 250 से 290 के बीच खरीदकर उसे आगे ले जाकर  30 से 40 रुपए प्रति किलो बेच रहे हैं। किसानों की मेहनत पर बिचौलिए खूब कमाई कर चांदी कूट रहे हैं और किसान कर्ज तले दब रहा है। आलम यह है कि तपती धूप में किसान को मेहनत करने के बावजूद मेहनत का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। बल्ह घाटी के कुमी, कोट, रती, गलमा, डडौर, घटा टावां के किसानों महेंद्र पाल चौधरी, पिंकी, प्रेम सिंह, ललित, संजीव, प्रकाश, सुरेंद्र, मनोज, रामलाल  सहित दर्जनों किसानों का कहना है कि एक तो बीमारी लगने से तथा जिस पर पूरी तरह नियंत्रण न होने से उनकी टमाटर की फसल आधी ही हुई है। ऊपर से कम दाम से उन्हें भारी घाटा होने का अंदेशा है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय से गुहार लगाते हुए कहा  है कि बल्ह के किसानों की नकदी फसलों का उचित दाम दिलाने की सरकार व्यवस्था करे।