डीएफए कांगड़ा-खालसा क्लब फुटबाल चैंपियन

31वें अखिल भारतीय शहीद मेजर दुर्गा मल्ल कैप्टन दल बहादुर थापा मेमोरियल गोल्ड कप में दोनों टीमें सयुंक्त विजेता

धर्मशाला—31वें अखिल भारतीय शहीद मेजर दुर्गा मल्ल कैप्टन दल बहादुर थापा मेमोरियल गोल्ड कप फुटबाल चैंपिनयशिप-2019 का खिताब संयुक्त रूप से मेजबान डीएफए कांगड़ा और खालसा क्लब अमृतसर को दिया गया। तीन दिवसीय इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच सोमवार को धर्मशाला में इन दोनों टीमों के बीच खेला गया। मैच के मध्यान्तर से पहले  बारिश, ओलावृष्टि और ग्राउंड में पानी भरने तथा लगातार बारिश होने की वजह से मैच रोकना पड़ा और मैच को दोबारा शुरू न करने की स्थिति में आयोजकों ने दोनों टीमों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित करने का निर्णय लिया। मैच रुकने से पहले खालसा क्लब अमृतसर की टीम एक गोल से आगे चल रही थी। उल्लेखनीय है कि पिछले 30 वर्षों के इस टूर्नामेंट के इतिहास में मेजबान टीम ने पहली बार यह खिताब जीता है। जबकि पांच साल पहले यह टीम पहली बार फाइनल तक पहुंची थी। इस फुटबाल चैंपियनशिप में सेना की टीम सहित देश के विभिन्न स्थानों से आई आठ टीमों ने भाग लिया। इस टूर्नामेंट में मेजबान डीएफए कांगड़ा के सुमित को उत्कृष्ट खिलाड़ी (बेस्ट प्लेयर) तथा खालसा क्लब अमृतसर के गोलकीपर हरविंद्र सिंह बिल्ला को चैंपियनशिप का उत्कृष्ट गोलकीपर घोषित किया गया। चैंपियनशिप की फेयर प्ले ट्रॉफी जे एंड के युनाइडेड जम्मू को दिया गया। इस अवसर पर समारोह के मुख्यातिथि एडीएम कांगड़ा एमआर भारद्वाज ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए अनेक व्यक्तियों को भी सम्मानित किया। महिला साहित्यकार सभा की कांगड़ा इकाई अध्यक्ष शोभा पुरी को इकाई द्वारा गरीब महिलाओं के उत्थान के लिए सम्मानित किया गया। इसी प्रकार रतन थापा को फुटबाल के क्षेत्र में, युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित कर्नल सारंग पुन को वीरता के लिए, महामहिम दलाई लामा के निजी चिकित्सक डा. सिवांग तामडिन को तिबेतन मेडिसिन की लोकप्रियता के लिए तथा राजकीय महाविद्यालय शाहपुर की प्रधानाचार्या आरती वर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए भी सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त शहीद कैप्टन दल बहादुर थापा की पुत्री अरुणा थापा तथा पुत्र वधू प्रतिमा थापा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।