घुमारवीं—उपमंडल घुमारवीं के तहत आने तलवाड़ा खड्ड में अज्ञात लोगों ने जहरीली कीटनाशक दवाई डाल दी, जिस कारण खड्ड में कई किलो के हिसाब से मछलियां मरी हुई पाई गई। जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह जब पंप आपरेटर जगदीश ने देखा की खड्ड में कई सारे जीव मर कर पंप हाउस के पानी में तैर रहे हैं, तो उन्होंने शीघ्र ही इसकी सूचना आईपीएच विभाग भराड़ी के एसडीओ भराड़ी रविंद्र रणौत को दी। रविंद्र रणौत ने शीघ्र ही कर्मचारियों को स्कीम को बंद करने के आदेश दिए। उन्होंने सोमवार को स्वयं खड्ड में जाकर जेसीबी के माध्यम से इस स्कीम को पूरी तरह से बंद करवाया और मरी हुई मछलियों और अन्य जीवों को विभागीय अधिकारियों के सामने खड्ड के किनारे गड्ढा खोदकर दबाया गया। उन्होंने बताया कि इस घटना के कारण खड्ड में बनी तीन पेयजल स्कीमों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि जहां पर घटन हुई उसके साथ ही भेल-भगोट स्कीम है, जिस पर हाल में ही विभाग के करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। एसडीओ ने बताया कि मुझे जैसे ही इसकी सूचना मिली मैंने तुरंत पंप आपरेटर जगदीश को पूरी सल्पाई बंद करने के आदेश दिए और सोमवार को समस्त कर्मचारियों के साथ मिल कर मरी हुई मछलियों को दबा कर पानी की सप्लाई को खड्ड से बंद करके पूरे पानी को जेसीबी के माध्यम से निकाला गया। उन्होंने बताया कि जब तक पानी पीने योग्य नहीं हो जाता तब तक भपराल स्कीम को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।