धूल फांक रही मोबाइल मेडिकल यूनिट

 मंडी—हिमाचल के दूर-दराजों के लिए शुरू होने वाली मोबाइल मेडिकल यूनिट फिलहाल मंडी जिला में शुरू नहीं हो सकी है। करीब दो माह पहले मंडी पहुंच चुकी मोबाइल मेडिकल यूनिट की गाड़ी फिलहाल जोनल अस्पताल मंडी के पररिसर में ही धूल फांक रही है, जबकि गाड़ी खरीदनेके लंबे समय बाद भी इसे शुरू नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि मोबाइल मेडिकल यूनिट के लिए गाड़ी तो खरीद ली गई है पर इस तक गाड़ी में जो उपकरण सहित इसे मोडीफाई किया जाना है। यहां बता दें कि नेशनल हैल्थ मिशन के तहत मोबाइल मेडिकल यूनिट चलेगी। इसके लिए हर माह क्षेत्रों के हिसाब से रोस्टर जारी किया जाएगा। योजना के तहत चंबा में एक, कांगड़ा में दो, कुल्लू में एक, मंडी में दो, शिमला में दो, सिरमौर में एक और सोलन में एक मोबाइल मेडिकल यूनिट गाड़ी चलाने का खाका तैयार किया गया है। इसमें से मंडी जिला में एक गाड़ी की खरीद भी की जा चुकी है। गाड़ी में एक एमबीबीएस चिकित्स्क, एक फार्मासिस्ट सहित लैब टेक्नीशियन रहेगा। हिमाचल के दूर दराज के क्षेत्रों में बुजुर्गों को चैकअप करवाने के लिए सीएचसी-पीएचसी के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है। दरअसल इस योजना में दूरदराज के क्षेत्रों में बुजुर्गों, दिव्यांगों के इलाज को प्राथमिकता दी जाएगी। इसमें उन्हें चैकअप की सुविधा तो मिलेगी ही, बल्कि साथ ही सामान्य टेस्ट भी किए जाएंगे और कोई बीमारी होने पर दवा भी दी जाएगी। हालांकि यह देखना होगा कि मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू होने के बाद कितनी कारगर साबित होती है, क्योंकि हिमाचल के अधिकतर जिलों में काफी दूरदराज इलाकें हैं जहां से रोज जिला या अन्य अस्पतालों मंे पहुंच पाना संभव नहीं है। उधर, डा. जीवानंद चौहान मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मंडी का कहना है कि मोबाइल मेडिकल यूनिट की गाड़ी की फेब्रिकेशन की जानी है। इसके लिए डेंडर प्रक्रिया चल रही है। जल्द से जल्द यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।