नशेड़ी छात्रों पर नजर रखें स्कूल

By: Jun 21st, 2019 12:01 am

उच्च शिक्षा विभाग ने शिक्षण संस्थानों को एंटी ड्रग विजिलेंस कमेटी बनाने के दिए निर्देश

शिमला – हिमाचल में नशे में संलिप्त होते जा रहे युवाओं को बचाने के लिए शिक्षा विभाग ने अब एंटी ड्रग विजिलेंस कमेटी का गठन करने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों के साथ कालेज प्रबंधन को इस कमेटी का गठन कर 15 दिन में रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। विभाग की ओर से जारी आदेशों  में कहा गया है कि स्कूलों में नशेड़ी छात्रों की पहचान कर उनका रिकार्ड निदेशालय भेजा जाए। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी इन आदेशों में कहा गया है कि एंटी ड्रग विजिलेंस कमेटी में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को भी शामिल किया जाए। इसके साथ ही हर माह छात्र व अभिभावकों की काउंसिलिंग की जाए। इस दौरान स्कूलों में छात्रों को सभी प्रकार के नशीले पदार्थो के बारे में बताना होगा। ड्रग, चिट्टा और इंजेक्शन के नशों से दिमाग पर कितना फर्क पड़ता है, इन सब के बारे में छात्रों को विस्तार से बताना होगा। बता दें कि शिक्षा विभाग ने कहा है कि एंटी ड्रग विजिलेंस कमेटी में साइकोलॉजिस्ट को भी बुलाया जाए, ताकि वे हर माह नशे में संलिप्त हर तरह के युवाओं को अलग से काउंसिलिंग दे सकें। शिक्षा विभाग के मताबिक   स्कूलों में छात्र स्टे्रस को दूर करने के लिए नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।   विभाग के पास स्कूलों से आई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। इसी को देखते हुए अब विभाग ने फैसला लिया है कि सरकारी व निजी स्कूल कालेजों में इस कमेटी का गठन होना जरूरी है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों  में साफ कहा गया है कि स्कूलों में नशेड़ी छात्रों का आईडेंटिफाई कर उनका रिकार्ड निदेशालय भेजा जाए। इसके साथ शिक्षण संस्थानों को यह भी बताना होगा कि साल में कितने छात्रों को नशे की प्रवृत्ति से दूर करने में सफलता मिली है। गौर हो कि इससे पहले स्कूलों में ड्रग फोर्स कमेटी का गठन किया गया था, लेकिन ड्रग फोर्स कमेटी का नाम बदलकर अब एंटी ड्रग विजिलेंस कमेटी का नाम दे दिया गया है। हर माह स्कूलों में कमेटी के तहत नशे को लेकर जागरूकता कैंप लगाना जरूरी है। ऐसा न करने पर स्कूलों से हर माह जवाबदेही ली जाएगी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App