नशे के खिलाफ सड़कों पर छात्र

मंडी—अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य दुरुपयोग एवं तस्करी निषेध दिवस पर जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंडी कारागार में किया गया। इस सेमिनार में करीब 180 कैदियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा नशीली दवाओं के दुष्परिणामों की विस्तृत जानकारी दी गई। कैदियों को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डा. जीवानंद चौहान ने कहा कि आज नशे के चलते समाज खोखला होता जा रहा है। युवा पीढ़ी विभिन्न प्रकार के नशों के चंगुल में फंसकर अपने जीवन को बर्बाद कर रही है। यदि समाज को इन घातक नशों के बारे में जागरुक नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ी को कई प्रकार की सामाजिक, आर्थिक, मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। इस मौके पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश ठाकुर, कार्यक्रम अधिकारी डा. विशाल, स्वास्थ्य शिक्षक एनआर ठाकुर, दवा निरीक्षक रजत कुमार और जेल अधीक्षक एनआर भारद्वाज ने भी कैदियों को एक प्रभावशाली संदेशवाहक व रोल मॉडल बनकर परिवार व समाज के लोगों को समझाने बारे आग्रह किया। वक्ताओं ने कहा कि हताशा, चिंता, बोरियत, विपरित परिस्थितियों से भागना, हकीकत का सामना करने से डरना, पारिवारिक लड़ाई-झगड़े, बुरी संगत, बहादुरी का प्रदर्शन और बड़ा दिखने की चाहत आज युवाओं को नशे के मकड़जाल में फांस रही है लेकिन सही परामर्श और सामाजिक सहयोग से ही हम नशे रुपी अजगर के इस फन को कुचल सकते हैं। उन्होंने नशे का अवैध कारोबार करने वालों को देशद्रोही और समाज का दुश्मन करार दिया। उन्होंने कैदियों को नशे से दूर रहने के लिए योग, ध्यान, खेल गतिविधियां और डाक्टरी जांच करवाने बारे परामर्श दिया।