नीणू सड़क पर जोखिम भरा सफर

कुल्लू—जिला कुल्लू के ग्रामीण मार्गों की हालत बदतर हो गई है, लेकिन सड़क की दशा को सुधारने के लिए लोक निर्माण विभाग कोई भी कदम नहीं उठा पा रहा है। इसका खमियाजा ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है। सड़क हादसे भी बदहाल सड़कों की वजह से पेश आ रहे हैं।  बावजूद इसके मार्गों को दुरुस्त करने के लिए लारवाही बरती जाती है। कुल्लू के गड़सा घाटी में बनाला से नीणू तक के रोड की बात करें तो यह रोड विभाग की लापरवाही के कारण जोखिम भरा हो गया।  सड़क गड्ढों में तबदील हो गई है।  सड़क के बचाव के लिए लगाए गए डंगों के धंसने का क्रम जारी है। ग्रामीणों की जानकारी के मुताबिक क्रेटनुमा डंगों की नींव कच्ची रखने से बार-बार दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन जिस क्षेत्र में एक बार क्रेट धंस गए, उसकी मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं, जिससे जनता बेहाल हो गई है। पंचायत उपप्रधान धर्मपाल, ग्रामीण पिंकू नागर, बलदेव, गंगा राम, रामनाथ, तेज राम, जगदीश, लखना नागर, भागी देवी का कहना है कि सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2007 में हुआ है, लेकिन आज एक दशक से ज्यादा समय बीतने के बाद भी सड़क की मरम्मत नहीं की जा रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण कार्य बताया जा रहा है फिर भी इसकी अनदेखी की जाना, लोक निर्माण विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बार-बार धंस जाने से इस मार्ग पर बस सेवा भी शुरू नहीं हो पा रही है। ग्रामीण पिंकू नागर का कहना है कि सड़क निर्माण में उनकी काफी ज्यादा जमीन लग गई। उनका क्षेत्र सड़क से जुड़ जाने को लेकर उन्होंने जमीन की कोई परवाह नहीं की थी, लेकिन आज सड़क की हालत उनको रुला रही है। डंगे धंस रहे हैं।

फल-सब्जियों का सीजन शुरू, पर सड़कें खस्ताहाल

ग्रामीणों का कहना है कि फल-सब्जियों का सीजन शुरू हो गया है, लेकिन ऊबड़-खाबड़ सड़क किसान-बागबानों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों लोक निर्माण विभाग से इस सड़क पर पक्के डंग लगाकर मरम्मत करने की मांग की है, ताकि बार-बार आ रही समस्या का हल हो सके।