पंजाब में तीन दिन नहीं चलेंगी बसें

मोहाली – पंजाब के यात्रीगण कृप्या ध्यान दें। दो जुलाई से पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रेक्ट यूनियन (सीटू) ने चक्का जाम करने की घोषणा की है। यूनियन ने यह हड़ताल पंजाब सरकार व ट्रांसपोर्ट माफिया की मिलीभगत के खिलाफ शुरू करने का एलान किया है। यूनियन के अध्यक्ष रेशम सिंह व महासचिव बलजीत सिंह गिल ने कहा कि पंजाब रोडवेज की ओर से दिए गए विज्ञापन के जरिए कर्मचारियों की नियुक्तियां की गई थी। लेकिन नियुक्ति के बाद सरकार ने ठेके पर चलाई जा रही पनबस में कर्मचारियों को शिफ्ट कर दिया। ठेकेदारों की ओर से कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में 1550 पनबस बसें चल रही हैं।

ठेकेदारों पर गुस्सा हुए कर्मचारी

यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि ठेकेदार प्रतिदिन 1.70 करोड़ रुपए की कमाई कर रहे है। इस कमाई से ठेकेदार हर साल सात करोड़ पचास लाख रुपए की जीएसटी से बचते हैं। मौजूदा समय में 2200 आउटसोर्सिंग व 1639 कांट्रैक्ट वर्क्स काम कर रहे हैं। यूनियन ने सरकार पर आरोप लगाया कि पनबस को घाटे में दिखाकर जानबूझ कर प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है। पनबस में अब तक पांच ठेकेदार बदले जा चुके हैं। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले कर्मचारियों को पक्का करने का वादा किया था, जिसे पूरा नहीं किया गया। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार के खिलाफ 24 जून को डिपूओं पर भी प्रदर्शन किया जाएगा।