पंथाघाटी में फूंकी गाड़ी

शिमला—राजधानी शिमला में शरारती तत्वों द्वारा वाहनों को फूंकने का सिलसिला नहीं थम रहा है। ऐसा ही मामला सोमवार देर रात को पंथाघाटी में प्रकाश में आया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पंथाघाटी तेंनजिन अस्पताल के समीप लोअर शिवनगर के घाटडु में सोमवार देर रात अचानक गाड़ी में आग लगने से गाड़ी पूरी तरह से जल कर तबाह हो गई। देर रात को गाड़ी में आग की ऊंची लपटें देखकर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना तुरंत अग्निशमन केंद्र को रात दो बजकर 10 मिनट पर दी। सूचना मिलते ही छोटा शिमला अग्निशमन केंद्र से मौके पर एक वाटर टेंंडर क्रयू सहित पहुंचा तो देखा कि गाड़ी मारुति ए स्टार (एचपी 52-5191) में भयंकर आग की चपेट में थी। यह गाड़ी आलम सिंह नेगी की थी। अग्निशमन के जवानों ने इस जलती हुई गाड़ी पर पानी की बौछारें डालकर आग को शांत किया। इस गाड़ी के नजदीक दो अन्य गाडि़यां खड़ी थीं जिसे इस जलती हुई गाड़ी ने अपनी चपेट में ले लिया था उन पर भी तुंरत पानी डालकर आग को बुझाया गया और साथ लगती इन दोनों को गाडि़यों को जलने से बचा लिया गया। इस जलती गाड़ी से उठती लपटों ने इस के साथ दो खड़ी अन्य गाडि़यों को भी नुकसान पहुंचाया, जिसमें दूसरी गाड़ी (एचपी 07 बी 4141) टाटा जैस्ट की थी। जिसमें आग की लपटों से इस गाड़ी की बांई साइड जल गई जो कि दीपक धरमाईक की थी। वहीं तीसरी गाड़ी मारुति (800 एचपी 03 -2565) वीरु की थी। इस गाड़ी की दाईं साइड का पेंट जल गया और शीशे टूट गए।

क्या कहते हैं डिविजनल फायर ऑफिसर

अग्निशमन विभाग के डिविजनल फायर ऑफिसर डीसी शर्मा ने बताया कि सूचना मिलने के तुंरत बाद इस दुर्घटना स्थल के रोड की स्थिति को जानने के उपरांत स्मॉल वाटर टेंडर भेजा गया। क्योंकि यहां बड़े वाहन योग्य जाने के लिए रोड नहीं था। वहीं, समय रहते अग्निशमन ने आग पर काबू पाकर वहां पर पार्क की गई दर्जनों गाडि़यों को आग लगने से बचाया, जिससे लाखों का नुकसान होने से बच गया। आग कैसे लगी इसके कारणों की जांच की जा रही है।