पर्यावरण संरक्षण पर एसीसी को फर्स्ट प्राइज

बिलासपुर—हिमाचल प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे उल्लेखनीय प्रयासों की बदौलत इस बार एसीसी गागल सीमंेट वर्कर्ज फैकटरी बरमाणा को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया है। यह पर्यावरण उत्कृष्टता पुरस्कार 2018-19 हिमाचल प्रदेश पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से से प्रदान किया गया है। पुरस्कार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्लांट के निर्देशक बाईएस रॉव को शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में दिया है। इस पुरस्कार में ट्रॉफी व 50 हजार रुपए की इनाम राशि भी दी गई है। प्लांट के निदेशक बाईएस रॉव का कहना है एसीसी की यह उपलब्धि कंपनी की पर्यावरण के प्रति प्रतिवद्धता को दर्शाती है। एसीसी सदैव ही विकास की राह पर चलती आई है। कारखाने को प्रदूषण विभाग द्वारा तय मानकों के तहत संचालित किया जा रहा है। परंपरागत ऊर्जा के स्थान पर नवीकरणीय ऊर्जा के साधनों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। एसीसी के यह प्रयास कारखाने तक ही सीमित नहीं हैं। बल्कि आसपास के लोगों को भी इसमें शामिल किया जाता है। उनका कहना है कि विभिन्न स्थानीय निकायों के साथ मिलकर प्लास्टिक को एकत्र करके एक सुरक्षित तापमान पर जलाया जाता है। साथ ही साथ वन विभाग के साथ मिलकर चीड़ की पतियों को एकत्र करके ईंधन के रूप में जलाया जाता है। इसके परिणाम स्वरूप एक तरफ  जंगल आग से बचते हैं व दूसरी तरफ  स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ भी अर्जित होता है। प्लांट निर्देशक बाईएस रॉव के अनुसार एसीसी की यह प्रतिबद्धता निरंतर बनी रहेगी तथा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में और प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने एसीसी के समस्त कर्मचारियों व आसपास के लोगों को इस पुरस्कार मिलने पर बधाई दी व हिमाचल प्रदेश पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का आभार जताया है।