पांवटा में दस्त नियंत्रण पखवाड़े की तैयारियां शुरू

पांवटा साहिब—अागामी बरसात के सीजन को देखते हुए पांवटा साहिब उपमंडल में जलजनित बीमारियों से बचने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उपमंडल पांवटा साहिब में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा खंड स्तरीय कार्य दल की बैठक एसडीएम पांवटा लायक राम वर्मा की अध्यक्षता में एसडीएम कार्यालय पांवटा साहिब में संपन्न हुई, जिसमें दस्त नियंत्रण पखवाड़ा 24 जून से आठ जुलाई, 2019 तक चलेगा के लिए एसडीएम ने सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों, आशा वर्करों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर दस्त रोग नियंत्रण एवं उपचार की जानकारी देगी। साथ ही पांच वर्ष तक के बच्चों के घर ओआरएस जिंक की गोली बांटी जाएगी। खंड के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों में ओआरएस जिंक के कॉर्नर बनाए जाएंगे, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। बैठक में खंड की सभी आशा वर्करों को निर्देश दिए गए हैं कि वह पांवटा विकास खंड की सभी 64 पंचायतों में व नगरपालिका पांवटा में जाकर दस्त नियंत्रण पखवाड़े की जानकारी दें। सभी आशा वर्कर ग्राम सभा की बैठकों में जाकर ओआरएस जिंक कॉर्नर बनाने की विधि बताएं। इसके साथ-साथ सभी विद्यालयों में भी ओआरएस जिंक का स्टॉक समय-समय पर उपलब्ध हो जाना चाहिए। साथ ही विद्यालय में पीने के पानी की टंकियों में भी सफाई समय-समय पर की जानी चाहिए। इस दौरान आईपीएच को भी निर्देश दिए गए हैं कि पीने के पानी की टंकियों की सफाई करवाई जाए। पानी की टंकी को ढकने की व्यवस्था सुचारू रूप से होनी चाहिए, ताकि टैंकों में कोई भी बाहरी जीव-जंतु प्रवेश न कर सके। प्रतिदिन क्लोरीनेशन होना चाहिए। ग्राम सभाओं में आए लोगों को जागरूक करना व इस मौसम में कटे हुए फल बाजार से नहीं खरीदने हैं। ज्यादा पक्के फलों को भी नहीं खरीदना चाहिए। यदि किसी को भी दस्त के रोगी की जानकारी मिलती है तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना देनी चाहिए, ताकि किसी भी शिशु की मृत्यु दस्त व उल्टी से न हो सके। उन्होंने अधिकारियों से भी आग्रह किया है कि स्वास्थ्य विभाग के इस कार्यक्रम की अधिक से अधिक जानकारी लोगों को दी जाए, ताकि किसी भी व्यक्ति की दस्त उल्टी से मौत न हो। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित आईपीएच के अधिकारी और स्कूलों के मुखिया आदि भी मौजूद रहे।