पालतू पशु पागल, मचा हड़कंप

By: Jun 17th, 2019 12:05 am

नेरवा—पिछड़ी और दुर्गम पंचायत किरण में पागल कुत्तों द्वारा काटे गए पशुओं के पागल होने के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया है। कुछ दिन पूर्व पागल कुत्ते के काटे एक बछड़े के पागल होने और बाद इसने गाय के थन काट लिए थे। थंगाड निवासी कमाल चंद के पूरे परिवार ने इस गाय गए दूध और लस्सी पी लिया था। इस मामले में कमाल चंद के सभी दस सदस्यों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लग रहे हैं। इसके बाद तीन दिन पूर्व एक और दूध देने वाली गाय के पागल होने का मामला सामने आने से क्षेत्रवासियों में दहशत फैल गई है। लोग अपने पशुओं के लिए बाजार से खरीद कर टीके तो ले आये थे परन्तु इन्हें लगाने में लोगों को दिक्कत आ रही है। उत्तराखंड सीमा से लगती ग्राम पंचायत किरण व टेलर के लिए मनेवटी में सरकार द्वारा एक पशु औषधालय तो अवश्य खोला गया है परन्तु इसमें कोई भी कर्मचारी नियुक्त न होने से लोगों को इन पशुओं को एंटी रैबीज टीके लगाना चुनौती बना हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पशुपालन विभाग को क्षेत्र में पागल कुत्तों द्वारा पालतू पशुओं के काटे जाने की सूचना दे दी गई थी। इसके बावजूद विभाग की तरफ  से इन पशुओं को इंजेक्शन लगाने के लिए कोई भी कर्मचारी नहीं आया है। इसका नतीजा यह निकला कि लोगों के पशु अब पागल होने शुरू हो गए हैं। ताजा मामले में मिसरू मल निवासी मानगड की दूध देने वाली एक गाय तीन दिन पहले पागल हो गई है। मिसरू मल ने इस गाय को बाँध कर गौशाला में बंद कर दिया है व इसे घास पानी आदि दूर से ही दिया जा रहा है। यह गाय नजदीक जाने पर मारने पड़ रही है व इसने अपना ही गोबर खाना शुरू कर दिया है। परन्तु परिवार में दहशत इस बात को लेकर है कि मानगढ में रह रहे परिवार के सभी सदस्यों ने इस गाय का दूध व लस्सी पी लिया है। ऊपर से मुसीबत यह है कि नेरवा अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन ही नहीं है। बताया जा रहा है कि पागल कुत्तों ने पंचायत के अंतर्गत कई पशुओं को काटा है यदि पशुपालन विभाग ने जल्दी ही स्थिति पर नियंत्रण नहीं किया तो हालात जयादा गंभीर भी हो सकते है। क्षेत्रवासियों ने सरकार से गुहार लगाईं है कि क्षेत्र में पागल कुत्तों के संपर्क में आये पशुओं को इंजेक्शन लगाने के लिए चिकित्सक भेजे जाएं नेरवा अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में एंटी रैबीज टीके उपलब्ध करवाए जाएं व मनेवटी पशु औषधालय में कर्मचारी की नियुक्ती शीघ्र की जाए। उप मंडलाधिकारी चौपाल अजीत भारद्वाज ने पागल कुत्तों के संपर्क में किसी भी रूप से आये लोगों से कहा है कि अस्पतालों में एंटी रैबीज उपलब्ध न होने की स्थिति में हताश न हों व अस्पताल से पर्ची बना कर बाजार से खरीद कर इंजेक्शन लगवा लें तथा इसका बिल उपमंडलाधिकारी कार्यालय चौपाल में देकर इसका भुगतान प्राप्त कर लें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि इंजेक्शन अस्पताल में जा कर ही लगवाएं।


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