पालमपुर बनेगा जापानी मशरूम का केंद्र

By: Jun 19th, 2019 12:02 am

पालमपुर बहु-उपयोगी जापानी शिटाके मशरूम आने वाले समय में पालमपुर की वादियों की पहचान करवाएगा। प्रदेश कृषि विवि जापानी मशरूम की खेती को प्रोत्साहित करेगा, वहीं आईएचबीटी संस्थान के वैज्ञानिक भी इस पर काम कर रहे हैं। ‘शिटाके कल्टीवेशन ट्रेनिंग सेंटर’ स्थापित करने के लिए प्रदेश कृषि विवि और जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जायका) ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। पांच करोड़ रुपए की लागत से स्थापित होने वाले इस केंद्र में किसानों को प्रशिक्षित करने तथा उनकी आय बढ़ाने में सहायता मिलेगी। आमतौर पर जापानी मशरूम के रूप में यह प्रसिद्ध है। प्रदेश कृषि विवि में केंद्र स्थापित होने के बाद किसानों को इस मशरूम के उत्पादन के लिए ब्लॉक यहीं उपलब्ध होने से किसान इस कृषि उपक्रम से अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इससे पोषक तत्त्वों व औषधीय गुणों से भरपूर उच्च गुणवत्ता पूर्ण वाले मशरूम प्रदेश तथा बाहर के लोगों को उपलब्ध होंगे। हिमाचल प्रदेश फसल विविधिकरण प्रोत्साहन परियोजना के अंतर्गत जायका एजेंसी के प्रशासनिक विकास सहायता कोष से विश्वविद्यालय व कृषि विभाग के बीच इस कार्य हेतु हस्ताक्षर हुए। प्रदेश कृषि विवि के कुलपति प्रो. अशोक कुमार सरयाल ने कहा कि इसे जापानी वुड मशरूम भी कहा जाता है। स्वादिष्ट व अच्छे दिखने वाले इस ‘मशरूम’ में बीमारियों से लड़ने, ब्लड कोलेस्ट्रॉल कम करने, खून की नसों का कड़ापन कम करने, मधुमेह, एग्जिमा, जुखाम, फ्लू, प्रोस्टेस्ट व स्तन कैंसर के बचाव तथा बढ़ती उमर को कम करने के गुण हैं। पालमपुर स्थित हिमालयन जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के वैज्ञानिक भी शिटाके मशरूम पर काम कर रहे हैं। आईएचबीटी के वैज्ञानिक शिटाके मशरूम के कैप्सूल तैयार करने में जुटे हैं। प्राकृतिक रूप से शिटाके मशरूम आठ से 12 महीने में तैयार होता है, जबकि आईएचबीटी के वैज्ञानिकों ने दो महीने में यह मशरूम तैयार करने की तकनीक ईजाद की है।

विदेश में प्रशिक्षण ले रहे वैज्ञानिक

प्रदेश कृषि विवि का एक वैज्ञानिक तथा कृषि विभाग के दो कृषि विकास अधिकारियों को शिटाके मशरूम उत्पादन सीखने व तीन माह का प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु जापान भेजा गया है। वे शिटाके मशरूम उत्पादन की तकनीकों को आगे किसानों तक पहुंचाएंगे तथा प्रदेश में शिटाके मशरूम के शोध व विकास गतिविधियों पर कार्य करेंगे। जापानी विशेषज्ञों हिरानो, ईतो व कोची शिमादा ने विशविद्यालय भ्रमण किया तथा केंद्र की स्थापना को अंतिम रूप दिया।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App