पीएम के द्वार पहुंची महापौर की लड़ाई

चंडीगढ़ सफाई कर्मचारी यूनियन प्रधान बहस मामला, पत्र में लगाए कर्मियों को नाजायज तंग करने के आरोप

चंडीगढ़ –चंडीगढ़ के महापौर राजेश कालिया व सफाई कर्मचारी यूनियन के बीच उभरा विवाद गंभीर रूप लेता जा रहा है। गत शुक्रवार महापौर द्वारा सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान को निगम अधिकारियों की बैठक से निकाले जाने के बाद शनिवार को यूनियन व डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टरों की यूनियन की बैठक में इस मामले पर अगली रणनीति पर चर्चा की गई। ज्ञात रहे कि शुक्रवार को दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। श्री चड्ढा ने महापौर के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सांसद किरण खेर व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सफाई कर्मचारी आयोग को पत्र लिख कर महापौर की शिकायत की है। पत्र में चड्ढा ने कहा कि महापौर  शहर के सफाई कर्मचारियों को तंग कर रहे हैं। चड्ढा ने आरोप लगाया कि महापौर सफाई कर्मचारियों को परेशान करने में  लगे हुए हैं। महापौर ने यूनियन के चुने हुए प्रधान को अपमानित किया, जिसकी वे निंदा करते है।  पत्र में कहा गया है कि शहर की सफाई व्यवस्था यदि बिगड़ी है, तो उसमें महापौर का हाथ है। सफाई कर्मियों को जो सुविधाएं चाहिए, महापौर  उनको छोड़ सफाई कर्मियों को परेशान करने में लगे हैं। श्री चड्ढा का आरोप है कि  कर्मियों की नाजायज गैर हाजरी लगाए जाने से लेकर उनकी बेवजह बदली कर महापौर उन्हें परेशान कर रहे हैं।  निगम में और भी विभाग हैं, लेकिन महापौर सफाई कर्मियों के पीछे ही पड़े हैं।  उनका कहना है कि महापौर  कर्मियों के स्वास्थ्य की और कोई ध्यान नहीं दे रहे । उन्होंने मांग की है कि महापौर को तुरंत हटाया जाए, नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उल्लेखनीय है कि गत शुक्रवार को महापौर और  यूनियन के प्रधान के बीच निगम कार्यालय में बहस हुई थी। बताया जाता है कि निगम के वरिष्ठ अधिकारी दोनों पक्षों में समझौता कराने में लगे हैं, ताकि मामला सफाई कर्मचारियों की हड़ताल तक न पहुंचे।