पुरानी जगह ड्यूटी देंगे बुजुर्ग कर्मी

ज्वालामुखीः—ज्वालामुखी मंदिर के बुजुर्ग बीमार कर्मचारियों को मां के लंगर में ड्यूटी पर भेजने के विरोध में ‘दिव्य हिमाचल’ में प्रकाशित समाचार का असर देखने को मिला है। एसडीएम ज्वालामुखी राकेश शर्मा ने बदले गए बुजुर्ग बीमार तीन कर्मचारियों की ड्यूटी में तबदीली को रद्द कर उनको पहले वाले पुराने स्थानों पर ही ड्यूटी पर लगाकर राहत प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी और कोई बीमार या बुजुर्ग कर्मचारी अपनी ड्यूटी से खुश न हो तो वह प्रार्थना पत्र देकर राहत प्राप्त कर सकता है। गौरतलब है कि मंदिर न्यास ज्वालामुखी ने मंदिर के कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी में तबदीली करने की आड़ में कुछ ऐसे कर्मचारियों को ही बदल दिया जो 50 साल से ऊपर की उम्र के है और बीमार है। उन्होंने अपने मेडिकल भी मंदिर कार्यालय में जमा करवाकर अपने बीमार होने के प्रमाण दिए हंै। बावजूद इसके इन बुजुगर्ोें के तबादले से न केवल यह कर्मचारी और इनके परिजन ही भारी रोष में थे बल्कि पूरा शहर मंदिर न्यास के इस तुगलकी फरमान पर नाराज था। इसकी शिकायतें राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला, जिलाधीश कांगड़ा राकेश प्रजापति व शिमला सीएम कार्यालय तक जा पहुंची थी।  इस मामले की एसडीएम ज्वालामुखी एवं सहायक आयुक्त मंदिर राकेश शर्मा ने जांच पड़ताल की और पाया कि सच में कुछ कर्मचारी बुजुर्ग व बीमार है, जिन्हें पूर्व जिलाधीश ने ऐसी जगह पर ड्यूटी पर लगाया था जहां पर काम का बोझ अधिक न हो ताकि वे अपनी शेष बची नौकरी को आराम से कर सकें। परंतु मंदिर न्यास के निर्णय से उनके परिवारों में मायूसी सी छा गई थी। ‘दिव्य हिमाचल’  ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था और आज तीन बुजुर्ग कर्मचारियों को उनके पुराने स्थानों पर ही तबदील करके राहत प्रदान कर दी गई है।