पैसे मांगने पर पीट डाला नगर परिषद का सफाई कर्मी

बिलासपुर —शहर के एक वीयर वार में कूड़ा एकत्रित करने के पैसे मांगने पर नगर परिषद के एक सफाई कर्मी की व्यक्ति ने धुनाई कर दी। इसके विरोध में सोमवार को सफाई कर्मियों ने हड़ताल कर दी। एकदिवसीय की गई इस हड़ताल के जरिए सफाई कर्मचारियों ने पूरा दिन कहीं से भी कूड़ा नहीं उठाया व ईओ को एक ज्ञापन सौंप अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। नगर परिषद बिलासपुर की ईओ उर्वशी वालिया ने बताया कि ज्ञापन मिलने के बाद उन्होंने सफाई कर्मचारी से हुई मारपीट की शिकायत को पुलिस को भेज दिया है व मारपीट करने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि मामला गत शनिवार का है। संबंधित व्यक्ति ने पिछले चार महीनों से कूड़ा उठाने का नप को शुल्क नहीं दिया है। उन्होंने बताया कि इसी शुल्क को लेने शनिवार को जैसे ही सफाई कर्मी उक्त वीयर वार में गए, इतने में व्यक्ति ने बहसबाजी शुरू कर उससे मारपीट करना आरंभ कर दी। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मी को बोतल से भी मारने का प्रयास किया गया, लेकिन वह किसी तरह से वहां से भाग निकला। ईओ ने बताया कि इसके बाद सफाई कर्मियों ने शहर से कूड़ा उठाने को मना करते हुए सोमवार को हड़ताल कर दी, लेकिन नप द्वारा आश्वासन देने के बाद मंगलवार से सफाई कर्मियों ने पुनः काम पर लौटने को हामी भर दी है। ईओ उर्वशी ने सफाई कर्मी से हुई इस मारपीट की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि शहरवासी सफाई कर्मियों का सहयोग करें व नगर परिषद द्वारा निर्धारित किए गए कूड़ा उठाने के शुल्कों को दें। कूड़ा न देने वालों को नगर परिषद एमसी एक्ट के नोटिस देकर अब उनसे जुर्माना वसूलेगी। ईओ ने शहर में डोर-टू-डोर गीला व सूखा कचरा एकित्रत करने की योजना के तहत कूड़ा न देने वालों  करीब 35 लोगों को नप ने नोटिस जारी किए है। नप की टीमें रोजाना सुबह विभिन्न वार्डों में जाकर लोगों को घरों का कूड़ा अलग-अलग कर देने को जागरूक भी कर रही हंै। ईओ ने बताया कि अब तक नगर परिषद के फरामानों को न मानने वाले लोगों को लगातार नोटिस जारी किए जा रहे हैं। अभी सभी वार्डों में जाकर लोगों को समझाया जा रहा है, लेकिन यदि शहरवासी इस योजना को नहीं अपनाते हैं ता उन्हें जुर्माना लगाया जाएगा। इसके लिए पांच सौ से पांच हजार रुपए तक का प्रावधान है।

नगर परिषद को नहीं मिल रहा सहयोग

उल्लेखनीय है कि हाल ही में नगर परिषद ने डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रित करने को लेकर नुक्कड़ नाटकों के जरिए भी वार्डों के बाश्ंिादों को जागरूक किया था। उस दौरान लोगों को अपने-अपने घरों से गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग करने बारे भी बताया गया था। इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य लोगों को डोर-टू-डोर अभियान से जोड़ना था। बावजूद इसके लोगों का कुछ ज्यादा सहयोग नहीं मिल पाया है।