बिहार: चमकी बुखार से अब तक 100 बच्चों की मौत

बिहार के मुजफ्फरपुर में अक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) का प्रकोप जारी है। पिछले 24 घंटों में 20 बच्चों की मौत से बिहार में 100 से अधिक मांओं की गोद सूनी हो चुकी है। अकेले मुजफ्फरपुर में ही इंसेफलाइटिस के चलते 100 बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं। एसकेएमकेएच के सुपरिंटेंडेंट सुनील कुमार शाही ने बताया कि इंसेफलाइटिस के चलते मुजफ्फरपुर में अब तक 100 बच्चों की मौत हो चुकी है। रविवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मुजफ्फरपुर में श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) का दौरा किया था और बीमारी के प्रकोप पर चिंता जाहिर की थी। हर्षवर्धन के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद थे। हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य और जिला अधिकारियों के साथ-साथ एसकेएमसीएच के डॉक्टरों के साथ हाई लेवल मीटिंग की। निरीक्षण के दौरान जब हर्षवर्धन एक सिसक-सिसककर रोती हुई मां से मिले तब उन्हें त्रासदी का आभास हुआ। उस मां ने उसी वक्त अपना पांच साल का बेटा खोया था। सूत्रों के मुताबिक, हर्षवर्धन के चार घंटे के दौरे के दौरान ही 3 बच्चों की मौत हो गई। इससे मंत्री और स्वास्थ्य अधिकारी हैरान रह गए। 

115 बच्चों का चल रहा इलाज
 
हर्षवर्धन ने बीमार बच्चों के परिजनों से कहा, ‘बीमारी पर काबू पाने के लिए सरकार अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ेगी। सभी मुमकिन कदम उठाए जाएंगे।’ हर्षवर्धन ने नई दिल्ली जाने से पहले एक और समीक्षा बैठक की थी। मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन एसपी सिंह ने बताया कि इस साल जनवरी से एईएस के चलते सबसे ज्यादा 76 बच्चों की मौतें एसकेएमसीएच में हुई। 17 बच्चों की मौत केजरीवाल मैत्रिसदन में हुई।