भारतीय सेना में चमकेंगे हिमाचल के सितारे

By: Jun 10th, 2019 12:03 am

प्रदेश के लाड़ले आईएमए देहरादून से पासआउट, फौजी अफसर की वर्दी पहन देश की रक्षा करने का लिया संकल्प

शाहपुर के रोहित बने लेफ्टिनेंट

मटौर – जिला कांगड़ा स्थित शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव अनसुई (रजोल) के रोहित भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। रोहित एनडीए खड़गवासला से तीन वर्ष ट्रेनिंग और आईएमए देहरादून से एक वर्ष की ट्रेनिंग के बाद गत आठ जून को पासआउट हुए। शनिवार को पासआउट परेड में रोहित के परिजन भी मौजूद रहे। रोहित की इस उपलब्धि पर क्षेत्र में खुशी का माहौल है। रोहित के पिता राजेश कुमार भारतीय सेना में सूबेदार मेजर के पद पर कार्यरत हैं और माता पे्रमलता सोनू गृहिणी हैं। रोहित की प्रारंभिक शिक्षा सेके्रट हार्ट हाई स्कूल डलहौजी से तथा सिद्धपुर से जमा दो की पढ़ाई की।

कोटली के पराक्रम श्रीनगर में तैनात

मंडी – भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में गत आठ जून को हुई पासिंग आउट परेड में मंडी जिला के तहसील मुख्यालय कोटली के पराक्रम सिंह चौहान पुत्र नोता राम चौहान ने थल सेना में लेफ्टिनेंट बन कर तुंगल इलाके समेत पूरे जिला व प्रदेश का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर उनके माता-पिता व अन्य परिजन भी मौजूद थे। पराक्रम सिंह अब भारतीय सेना की संचार शाखा में कार्यरत होंगे व वह बतौर अधिकारी श्रीनगर में अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। पराक्रम सिंह वर्ष 2009 से सेना में जवान के पद पर कार्यरत रहते हुए 2015 में कमीशन प्राप्त करके भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षण के लिए चयनित हुए थे।

पुराना कांगड़ा के मयूर अफसर

कांगड़ा – पुराना कांगड़ा के मयूर मेहरा की भारतीय थल सेना में बतौर लेफ्टिनेंट नियुक्ति हुई है। मयूर की प्रारंभिक शिक्षा जीएवीण पब्लिक स्कूल कांगड़ा में हुई है। इसके बाद इन्होंने छठी से 12वीं तक की शिक्षा सैनिक स्कूल सुजानपुर में प्राप्त की। इसके बाद वह एनडीए में सिलेक्ट हो गए। मयूर के पिता रविंद्र मेहरा स्वास्थ्य विभाग से बतौर सुपरवाइजर रिटायर्ड हैं, जबकि माता नीता देवी वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग में बतौर सुपरवाइजर कार्यरत हैं। इनकी बहन कनिका ने भी इंजीनियरिंग में एमटेक तक की शिक्षा प्राप्त की है। मयूर के स्वर्गीय दादा ज्ञान चंद भी फौज में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

अरमान मद्रास रेजिमेंट में सिलेक्ट

राजा का तालाब – उपमंडल फतेहपुर के अंतर्गत गोलवां पंचायत के गांव सकरी के निवासी अरमान कालिया ने भारतीय सेना अकादमी देहरादून में पासिंग आउट परेड के दौरान लेफ्टिनेंट बनकर परिजनों व क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है। अरमान की तैनाती 26 मद्रास रेजिमेंट में हुई है। अरमान कालिया के पिता एसके कालिया सेना में 14 डोगरा रेजिमेंट सुबाथू (हिमाचल) में लेफ्टिनेंट कर्नल सीआरओ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि माता प्रोमिला कालिया गृहिणी हैं। अरमान कालिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आर्मी स्कूल से उत्तीर्ण की।

कैप्टन के बेटे संदीप लेफ्टिनेंट

बैजनाथ – बैजनाथ उपमंडल की पंचायत चोबीन के गांव मढ़ के संदीप धीमान भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। संदीप धीमान भारतीय सेना अकादमी देहरादून से पासआउट होकर 21 पैरा कंमांडो में लेफ्टिनेंट बने हैं। अब वह अपनी सेवाएं आसाम के झुराट में  देंगे। संदीप ने जमा दो आर्मी स्कूल योल से पास करने के बाद भारतीय सेना में सिपाही भर्ती हुए थे और तीन वर्ष के बाद भारतीय सेना में एसीसी कमीशन प्राप्त किया। संदीप के पिता कुशल धीमान भारतीय सेना से कैप्टन पद से सवानिवृत्त हैं, माता संतोष कुमारी गृहिणी हैं। बहन शालू स्नातक फैशन डिजाइनिंग में और गुड़गांव में अपनी सेवाएं दे रही हैं।

ऊना के अखिल फौज में अधिकारी

ऊना – भारतीय सेना अकादमी देहरादून में गत शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड में अरनियाला लोअर के अखिल बैंस इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बने हैं। पासिंग आउट परेड में पिता कश्मीर सिंह बैंस व माता उपिंद्र कौर ने अपने बेटे अखिल को बैच लगाकर सम्मानित किया, जबकि अखिल की बहन हिमानी व भाई निखिल भी मौजूद थे। अखिल ने डीएवी पब्लिक स्कूल से जमा दो तक की पढ़ाई की। अखिल के पिता कश्मीर सिंह शिक्षा विभाग में हैडमास्टर व माता उपिंद्र कौर प्रवक्ता हैं।

आनंद इंडियन आर्मी में अफसर

सुजानपुर – भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में गत शनिवार को सुजानपुर उपमंडल की पंचायत दाड़ला के आनंद डोगरा पासआउट होकर इंडियन आर्मी में अफसर बन गए हैं। इनके चयन से क्षेत्र में खुशी की लहर है। वहीं सबसे ज्यादा खुशी उनके गृह क्षेत्र में हुई है। आनंद डोगरा के चाचा वेद प्रकाश डोगरा ने बताया कि आनंद डोगरा पंचायत दाड़ला के गांव भलेठ के रहने वाले हैं और उनकी प्रारंभिक शिक्षा मिलिट्री स्कूल चंडीगढ़ में हुई है। । आनंद के पिता कुलदीप डोगरा सेवानिवृत्त कर्नल हैं, माता आशा डोगरा गृहिणी हैं।

हिमाचली अफसर को नेशनल अवार्ड

नगरोटा बगवां – सरहद पर दुश्मन के दांत खट्टे करने वाले हिमाचली अफसर ने नेशनल अवार्ड जीतकर देवभूमि का नाम रोशन किया है। नगरोटा बगवां के मलां गांव के सुरेंद्र डोगरा को वर्ल्ड बुक ऑफ टेलेंट रिकार्ड्स ने दिल्ली में सम्मानित किया है। खास बात यह कि सुरेंद्र डोगरा 52 बार खून दान कर चुके हैं। राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे गए मंच पर सुरेंद्र डोगरा को बालीवुड की कुछ हस्तियों व दिल्ली की चीफ इन्कम टैक्स कमिश्नर सीमा राज ने सम्मानित किया। सुरेंद्र डोगरा नेत्रदान का प्रण भी कर चुके हैं।


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