मधाना के चार गांव नहीं रहेंगे प्यासे

नेरवा—प्रदेश के अग्रणी समाचार पत्र ‘दिव्य हिमाचल’ में छह जून के अंक में ‘साढ़े बाइस लाख खर्च करने के बावजूद लोगों के हलक प्यासे’ शीर्षक से खबर छपने के दूसरे दिन ही आईपीएच महकमा हरकत में आ गया है। शुक्रवार को अधिशाषी अभियंता सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंडल नेरवा बीएस राजपूत की अगवाई में विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने 2009 में सेंक्शन होकर चार साल पूर्व 2015 में  22 लाख 66 हजार रुपए की लगत से बनी दोगड़ा नाला-धार-नगाह-कांडा पेयजल योजना का निरीक्षण कर लोगों को आश्वासन दिया कि इस पेयजल योजना को शीघ्र ही पूरी तरह सुचारू कर दिया जाएगा। विभाग ने फिलहाल इस योजना से पानी की आपूर्ति शुरू कर दी है व भरोसा दिलाया है कि क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की शीघ्र ही मरम्मत कर दी जाएगी। पाइप लाइन की मरम्मत के लिए जो भी सामग्री आवश्यक होगी वह विभाग द्वारा ही मुहैया करवाई जाएगी। विभाग के अधिकारियों ने गांववासियों के साथ बैठक कर उनकी पेयजल से संबंधित समस्याएं सुनने के उपरांत कहा कि इस योजना के लिए भंडारण एवं इंटेक टैंक नहीं बनाए गए हैं। इनको बनाने के लिए जल्द ही आगामी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बता दें कि पंचायत के धार, नगाह, भटेवड़ी और कांडा के लोगों की पेयजल समस्या को ‘दिव्य हिमाचल’ ने प्रमुखता से उठाया था। इन चार गांव के लिए बनी उपरोक्त योजना का लाभ गांववासियों को नहीं मिल रहा था व लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज हो चुके थे। सबसे अधिक समस्या भटेवड़ी गांव के लोगों झेलनी पड़ रही थी। बहरहाल भटेवड़ी सहित अन्य तीन गांव के लिए फिलहाल पेयजल की आपूर्ति शुरू हो चुकी है, परंतु यह देखना बाकी है कि इन चार गांव के लोगों की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान हो पाता है अथवा नहीं। यह देखना भी महत्त्वपूर्ण होगा कि विभाग इस योजना में बरती गई अनियमितताओं को दूर कर इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है। उधर, पेयजल आपूर्ति बहाल किए जाने के लिए स्थानीय निवासियों रिम्पू, मनोज शर्मा, देवेंद्र शर्मा, नरेश शर्मा, मंगत राम चौहान, गोपाल, विक्रम,श्याम सिंह, दुला राम,हेत राम, रेलु राम, रामलाल व यशपाल ने अधिशाषी अभियंता बीएस राजपूत एवं सहायक अभियंता पीपी क्लांटो का धन्यवाद व्यक्त किया है। इस मामले को प्रमुखता से उठाने के लिए प्रदेश के अग्रणी मीडिया ग्रुप ‘दिव्य हिमाचल’ का भी आभार व्यक्त किया है।