मरीज परेशान, डाक्टर स्ट्राइक पर अड़े

जिला के अस्पतालों में दो घंटे देरी से देखे गए मरीज, नेरचौक मेडिकल कालेज में नहीं हुई हड़ताल

मंडी -पीएचसी थाची में महिला डाक्टर से मारपीट और छेड़छाड़ के विरोध में चिकित्स्कों ने लगातार दूसरे दिन पेन डाउन स्ट्राइक की। इसके चलते मरीजों का इलाज दो घंटे देरी से शुरू हुआ। लाल बहादुर शास्त्री नेरचौक मेडिकल कालेज को छोड़ जिला भर के अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में डाक्टरों ने सुबह 9ः30 से 11ः30 बजे तक पेन डाउन स्ट्राइक की। इस दौरान एमर्जेंसी केस को छोड़कर किसी भी मरीज को डाक्टरों ने चैक नहीं किया, जिससे मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिला स्तरीय जोनल अस्पताल और क्षेत्रीय अस्पतालों में जहां मरीजों की संख्या ज्यादा वहां लोगों का ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। डाक्टरों ने साफ कर दिया है कि जब तक आरोपी पकड़ा नहीं जाता तब तक चिकित्स्कों की पेन डाउन स्ट्राइक जारी रहेगी। ओपीडी दो घंटे देरी से शुरू होने के कारण ओपीडी के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गई। इस कारण दोपहर तीन बजे के बाद भी चैकअप के लिए अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा रहा। हालांकि कुछ मरीज हड़ताल की जानकारी होने के चलते देरी से ही अस्पताल पहुंचे। जानकारी के अनुसार 20 जून से मेडिकल कालेजों की रेजिडेंट डाक्टर्ज एसोसिएशन भी हड़ताल करेगी।  प्रदेश मेडिकल आफिसर्ज एसोसिएशन की मंडी इकाई के जिला अध्यक्ष डा. जितेंद्र रुड़की ने साफ किया है कि जब तक आरोपी को पकड़ा नहीं जाता चिकित्सकों को विरोध जारी रहेगा।