मांगें न मानीं तो करेंगे आंदोलन

शाहतलाई—सीमेंट माल ढुलाई का सालाना किराया बढ़ोतरी पहली अप्रैल 2019 से आज तक एसीसी फैक्टरी से न लेने के लिए आपरेटरों का नुकसान नहीं झेला जाएगा। यह बात बीडीटीएस के पूर्व प्रधान एवं कार्यकारिणी सदस्य रमेश ठाकुर, चंदू राम ठाकुर, कुलदीप गौतम, प्रदीप ठाकुर, राजेश ठाकुर, विनय कुमार वर्मा, पवन कौशल व कमल किशोर ने बीडीटीएस के प्रधान को सौंपे गए मात्र में कही। उन्होंने कहा कि आपरेटरों की समस्या और मांगों को लेकर एक सप्ताह का समय बीडीटीएस सभा को दिया है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के तीन महीने बीत गए हैं, लेकिन सालाना बढ़ोतरी न होने की वजह से आपरेटरों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। खासकर बढ़ोतरी समय पर न होने से नुकसान सभा के आपरेटरों को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा सालाना किराए में बढ़ोतरी जो कि पहली अप्रैल 2019 से लागू होनी थी वह आज तक नहीं हो पाई। वही सभा के सदस्यों की करोड़ों रुपए की टीडीएस राशि वर्ष 2015-16 से लेकर वर्ष 2018-19 तक चार वर्षों का भुगतान न होना, कीरतपुर साहब सीमेंट डंप पर शौचालय का प्रावधान, अन्य डंप पर भी शौचालय की समस्या,  सभा के सदस्यों की गाडि़यों की पंजाब व अन्य सीमेंट डंप और हिमाचल में तीन से  चार दिन तक सीमेंट अनलोड न होना व पिछले वर्ष एसीसी फैक्टरी से एग्रीमेंट के मुताबिक 45 दिन के अंदर गाड़ी की लोडिंग 24 घंटे में सुनिश्चित करना सहित अन्य मांगे आज तक लागू नहीं हो पाई है। इन्होंने कहा कि एसीसी फैक्टरी के साथ कार्यकारिणी की बैठक में तय किया गया था की समस्त कार्यकारिणी सदस्यों को साथ लेकर बैठक की जानी थी, लेकिन उस बैठक में भी कार्यकारिणी के सदस्यों के नहीं बुलाया गया। जबकि हमारा सुझाव था कि हम इकट्ठे होकर सालाना किराया बढ़ोतरी में बात करेंगे। इन्होंने अपने मांग पत्र में कहा कि सभा के सदस्यों की समस्याओं का एक सप्ताह के भीतर निवारण किया जाए, जिसके  लिए सभा के प्रधान समय रहते कोई उचित कदम उठाएं। अन्यथा आपरेटरों के हित के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा।