मेडिकल कालेज को मिलेंगे 72 फ्लैट

हमीरपुर—डा. राधाकृष्णन मेडिकल कालेज को नगर परिषद के अधीन हिमुडा द्वारा निर्मित 72 फ्लैट्स देने की तैयारी हो गई है। इन्हें मेडिकल कालेज के गर्ल्ज होस्टल के लिए इस्तेमाल करने पर विचार हो रहा है। इसके लिए नगर परिषद को मेडिकल कालेज प्रबंधन ने करीब पौने चार करोड़ रुपए अदा किए हैं। अब मेडिकल कालेज प्रबंधन के सुपुर्द ये 72 फ्लैट किए जाएंगे। अब तक होस्टल की व्यवस्था मेडिकल कालेज प्रबंधन ने निजी भवनों में कर रखी है। बताया जा रहा है कि इन फ्लैट्स में अभी कुछ कार्य बाकी बचा हुआ है। इस कार्य को पूरा करवाने के बाद यहां छात्रावास की सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके बाद मेडिकल कालेज के अपने होस्टल में छात्राएं रहेंगी। बता दें कि हिमुडा ने इन 72 फ्लैट्स का निर्माण किया है। प्राथमिक चरण में इन फ्लैट्स को गरीब परिवाराें को देने की योजना थी। हालांकि बाद में ये फ्लैट किसी को नहीं दिए गए। लंबे अरसे से ये फ्लैट नगर परिषद के अधीन हैं और धूल फंाक रहे हैं। अब जाकर इनका सही उपयोग होगा। इन्हें मेडिकल कालेज प्रबंधन को दिया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इन फ्लैट्स की एवज में करीब पौने चार करोड़ रुपए नगर परिषद को दिए गए हैं। जाहिर है कि डा. राधाकृष्ण मेडिकल कालेज में दूसरा बैच बैठने वाला है। प्रथम बैच में 100 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। मेडिकल कालेज का अपना भवन न होने के चलते क्लासेज एमपीडब्ल्यू हाल में चल रही हैं, जबकि होस्टल की सुविधा भी छात्रों को निजी भवनों में करवाई गई है। बहुत जल्द छात्राओं के लिए होस्टल की व्यवस्था मेडिकल कालेज के अपने भवन में हो जाएगी। इसके लिए 72 फ्लैट्स को खरीदा जा रहा है। बता दें कि जून 2018 में उद्घाटन के बाद आज तक मेडिकल कालेज के भवन का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। मेडिकल कालेज का निर्माण जोलसप्पड़ में प्रस्तावित है। वहीं, एक स्पेशलिटी अस्पताल का भी निर्माण होगा। इसके साथ ही होस्टल सहित डाक्टरों के रेजिडेंस की भी व्यवस्था की जाएगी। वर्तमान स्थिति ऐसी है कि सारा कार्य जुगाड़ से चल रहा है। चिकित्सकों के लिए रेजिडेंस की सुविधा नहीं है। उन्होंने निजी तौर पर व्यवस्था की है। वहीं, छात्रों के लिए होस्टल की व्यवस्था दोसड़का में एक निजी भवन में की गई है। इनके लिए गाड़ी की सुविधा प्रदान की गई है। गाड़ी के माध्यम से इन्हें लाया व ले जाया जाता है। फिलहाल बहुत जल्द गर्ल्ज होस्टल की सुविधा मिलने वाली है। इसके लिए प्रक्रिया अपनाई जा रही है। मेडिकल कालेज के सुपुर्द किए जाने वाले फ्लैट्स मंे कुछ कमियां बाकी हैं। इन्हें दूर करने के बाद होस्टल की सुविधा शुरू हो जाएगी।