मेयर ने जनता को दिखाया रिपोर्ट कार्ड

शिमला —नगर निगम महापौर कुसुम सदरेट के कार्यकाल के दो वर्ष पूरे हो चुके हैं। महापौर का कार्यकाल अब पांच माह शेष रहता है। महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि नगर निगम शिमला में भाजपा के दो वर्ष की उपलब्धियां एक मील का पत्थर साबित हुई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान हर वार्ड में समान कार्य हुआ है। जहां गत दो वर्षों में करीब 3920.97 लाख सफलतापूर्वक पूर्ण किए गए। हर वार्ड में समान रूप से आवश्यकतानुसार कार्य हुए हैं। इसके अलावा टूटीकंडी, खलीनी, टालैंड के पास ओवर हैडब्रीज और केपिटल होटल के पास सबवे निर्माण कार्य चल रहे हैं। इन सभी कार्यों की लागत करीब 4 करोड़ है। इसके अलावा वाटर सप्लाई व सीवरेज सैक्टर में मौजूदा संसाधनों के तहत पानी की सप्लाई औसतन 50 एमएलडी तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा 60 एमएलडी तक पहुंच चुका है जोकि पंपिंग की क्षमता बढ़ने व लीकेज रोकने के कारण संभव हो पाया है। पानी का भंडारण आने वाले समय में और अधिक बढ़ना तय है जिसमें चाबा से भी अतिरिक्त पानी मिलना तय है। सतलुज से भी करीब 986 करोड़ की लागत से आने वाले पानी की परियोजना स्वीकृति पा चुकी है। 24 करोड़ की लागत से 90 किलोमीटर की सीवरेज लाइन से अनसर्वड एरिया को जोड़ा गया है और मिसिंग लिंक को हटाया गया है। वाटर लोसिस 27 प्रतिशत से घटकर 3 प्रतिशत रह गया है। 16 करोड़ की राशि से 15 किलोमीटर मुख्य पानी की पाइन लाइनें बदली गई है जिसमें के्रगनैनो से ढली 7.2 किलोमीटर, संजौली से रिज 2.5 किलोमीटर कोटीब्रांडी राइजिंग मेन 5.0 किलोमीटर है। गुम्मा में 5 करोड़ की लाग से 8 बड़े पंप बदले गए हैं। पानी व सीवरेज की शिकायतों के लिए रिडरेसल मकैनिज्म सैल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त पिछले दो वर्षों में 14.82 करोड़ की लागत से सीवरेज डिवीजन एसजेपीएनएल द्वारा कार्य किए गए जबकि 105.25 करोड़ के सीवरेज संबंधित कार्य प्रस्तावित हैं जो रोपवे टूटीकंडी से लिफ्ट मालरोड से बनना प्रस्तावित है। यूरोपियन प्रोजेक्ट के अंतर्गत राशि 36 लाख की लागत से एसटीपी लालपानी में एक टीपीडी क्षमता वाला बायोगैस प्लांट स्थापित किया गया है जो सुचारू रूप से चलना शुरू हो गया है। कूड़े को नाले में जाने से रोकने के लिए चिन्हित स्थानों पर जालियां लगाई गई हैं। समय-समय पर नगर निगम द्वारा सफाई अभियान चलाए जाते हैं। शिमला शहर में अलग-अलग स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।